Tag: Bastar
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बीजापुर स्पेशल: आदिवासियों के शांतिपूर्ण आंदोलन पर पुलिस का हमला, जलाए कैंप
बीजापुर। जल-जंगल-जमीन बचाने की जो लड़ाई बस्तर के बीजापुर जिले के सिलगेर ग्राम से शुरू हुई थी अब उसकी चिंगारी पूरे बस्तर संभाग के सभी जिलों में फैल चुकी है। बुरजी, पूसनार, गंगालूर, गोमपाड़, बेचापाल, बेचाघाट, छोटे डोंगर, एमपुरम आदि समेत 17 स्थानों पर सैकड़ों गांव के ग्रामीण लाखों की संख्या में प्रतिदिन शांतिपूर्ण धरने पर…
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ग्राउंड रिपोर्ट: नारायणपुर की नक्सली मुठभेड़ निकली फर्जी, शिकार के दौरान मारा गया मानू नुरेटी खुद था नक्सल पीड़ित
भरंडा (नारायणपुर)। पुलिस जवान बनने का सपना लेकर बस्तर का एक युवा आगे बढ़ रहा था लेकिन उसे क्या पता था कि उसी पुलिस के हाथों मारे जाने के बाद उसे नक्सली बता दिया जाएगा। बस्तर के इस लड़के की गलती इतनी थी कि वो अपने जंगल मे पारम्परिक शिकार करने गया था जंहा 23…
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बस्तर डायरी-1: बेचाघाट में भी आदिवासियों ने डाला पड़ाव, कहा-पुल और कैंप नहीं शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाएं दो
बस्तर। छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में आदिवासी न केवल अपने जल-जंगल-जमीन को बचाने के लिए आंदोलन कर रहे हैं, बल्कि वे अपने संवैधानिक अधिकारों की रक्षा के लिए होने वाली लड़ाइयों में भी आगे बढ़-चढ़ कर हिस्सा ले रहे हैं। लेकिन इसके साथ ही नक्सल उन्मूलन के नाम पर उनका पुलिसिया उत्पीड़न भी किया जा…
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अपने गांवों को नारायणपुर जिले में शामिल करने के लिए 3000 ग्रामीणों की पदयात्रा
बस्तर। हांथों में तिरंगा, गांधी जी की फ़ोटो, नंगे पैर हाथों में कुछ ज़रूरतों का सामान लिए छत्तीसगढ़ के उत्तर बस्तर जिले के अंतागढ़ ब्लाक के 13 पंचायतों के 58 गांव के ग्रामीण निकल पड़े हैं रायपुर के लिए, इन्हें करीब 250 किलोमीटर का सफर तय करना होगा अपनी मांगों को महामहिम तक पहुंचाने में।…
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हसदेव अरण्य क्षेत्र को बचाने के लिए आदिवासियों ने निकाली पदयात्रा
रायपुर। जल-जंगल-जमीन बचाने के लिए हसदेव बचाओ पदयात्रा 4 अक्टूबर, 2021 को लखीमपुर खीरी के शहीद किसानों को श्रद्धांजलि देकर शुरू हुई है। हसदेव अरण्य क्षेत्र से प्रारम्भ हुई यह पदयात्रा दस दिनों तक 300 किलोमीटर पैदल चलते हुए 13 अक्टूबर को रायपुर पहुंचेगी । सर्वप्रथम इस यात्रा की शुरुआत मदनपुर गाँव के उस ऐतिहासिक…