Tag: bjp-rss

  • एक चर्चा इस पर कि भारत की दुनिया में असल हैसियत क्या है?

    एक चर्चा इस पर कि भारत की दुनिया में असल हैसियत क्या है?

    सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी ने इस आम चुनाव में अपना प्रमुख एजेंडा “विकसित भारत” की कहानी को बनाया है। आज जबकि सत्ताधारी पार्टी, देश की राजनीति को नियंत्रित करने वाला कॉर्पोरेट जगत और उसके स्वामित्व वाले कॉर्पोरेट मीडिया के बीच समान हित बन गए हैं, तो लाजिमी ही है कि मीडिया का बड़ा हिस्सा “विकसित…

  • कर्नाटक में कांग्रेस 17 और बीजेपी-जेडीएस को 11 लोकसभा सीट हासिल होने का अनुमान  

    कर्नाटक में कांग्रेस 17 और बीजेपी-जेडीएस को 11 लोकसभा सीट हासिल होने का अनुमान  

    2023 कर्नाटक विधानसभा चुनाव परिणाम घोषित होने के साथ ही जिस एक चुनावी एजेंसी को लेकर देश-दुनिया में खूब चर्चा हुई, उसी संस्था की ओर से कल 20 मार्च 2024 को लोकसभा चुनाव को लेकर पूर्वानुमान जारी किये गये हैं। सबसे सटीक चुनावी सर्वेक्षण करने वाली एजेंसी के तौर पर देश में अपनी पहचान बनाने…

  • रगों में बहनेवाले खून के पानी बन जाने से पहले, ‎ इस तालाब का पानी ‎बदलना जरूरी है ‎

    रगों में बहनेवाले खून के पानी बन जाने से पहले, ‎ इस तालाब का पानी ‎बदलना जरूरी है ‎

    आम चुनाव 2024 भारत के सामने है। चुनाव यानी लोकतंत्र का सब से बड़ा पर्व। भारत के लोकतंत्र की आंख में लहरा रहा है, सपनों का सागर। सपने अतीत के भी। सपने वर्तमान के भी। सपने भविष्य के भी। भ्रामक अतीत और काल्पनिक भविष्य के सपनों के लोकलुभावन राजनीति के जाल में फंसने से बचने…

  • न हिन्दू राष्ट्र चाहिए न निरंकुश सत्ता, ज़रूरत है सबरंगी समाज और उदारवादी लोकतंत्र की! 

    न हिन्दू राष्ट्र चाहिए न निरंकुश सत्ता, ज़रूरत है सबरंगी समाज और उदारवादी लोकतंत्र की! 

    पिछले दिनों देश के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की रोचक टिप्पणी सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी। टिप्पणी हिन्दू राष्ट्र से सम्बंधित थी। माननीय न्यायाधीश का कथन था कि भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाने की बात छोड़िये,’ हिन्दू गांव’ नहीं बनाया जा सकता। इसकी वज़ह यह है कि देश विविधताओं से भरपूर है। किसी एक…

  • सुप्रीम कोर्ट ने सीएए पर केंद्र से 3 हफ्ते में मांगा जवाब

    सुप्रीम कोर्ट ने सीएए पर केंद्र से 3 हफ्ते में मांगा जवाब

    सुप्रीम कोर्ट ने केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा लागू किए गए नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के नियमों की टाइमिंग पर सवाल उठाते हुए इसके कार्यान्वयन पर रोक लगाने की मांग करने वाली 200 से ज्यादा याचिकाओं पर मंगलवार को सुनवाई करते हुए केंद्र सरकार से तीन हफ्ते में जवाब मांगा है। मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) डीवाई चंद्रचूड़,…

  • बीजेपी ने ख़ुद बताया कि ख़तरे में हैं मोदी

    बीजेपी ने ख़ुद बताया कि ख़तरे में हैं मोदी

    चुनाव में तो सभी दल ये दावा करते ही हैं कि उनकी लहर चल रही है और विरोधी कहीं नहीं टिक रहे। मतगणना से ही ऐसे दावों की पोल खुलती है। तब पता चलता है कि किसके दावे हवा-हवाई निकले और कौन-कितना सच्चा साबित हुआ? लोकसभा चुनाव के नतीज़े 4 जून को आएंगे। उससे पहले…

  • सत्तारूढ़ दल के आत्मविश्वास का दिखावा मोदी के भय को दिखा रहा है

    सत्तारूढ़ दल के आत्मविश्वास का दिखावा मोदी के भय को दिखा रहा है

    लगने को तो अनेक को लग सकता है कि हमारे प्रधानमंत्री जी बड़े विनोदी हैं, मजाकिए भी हैं। हालांकि अगर ऐसा लगता है तो कोई अजीब बात भी नहीं। ऐसा लगना सिर्फ अनुमान नहीं है, इसमें भरीपूरी सच्चाई है। इसके अनेकानेक उदाहरण भी हैं जो अब आधुनिक तकनीक के आने के बाद सिर्फ कही सुनी…

  • भाजपा शासन और भारतीय प्रजातंत्र व संविधान को खतरे

    भाजपा शासन और भारतीय प्रजातंत्र व संविधान को खतरे

    सत्ताधारी भाजपा के नेता इन दिनों ‘चार सौ पार’ की बात कर रहे हैं। उनका मानना है कि आने वाले आम चुनाव में भाजपा 370 से ज्यादा सीटें जीतेगी और उसके गठबंधन साथी 30 से ज्यादा। और इस प्रकार एनडीए 400 पार हो जायेगा। यह संख्या किसी चुनाव विशेषज्ञ की राय या किसी वैज्ञानिक सर्वेक्षण…

  • हेगड़े के ‘मन की बात’ नहीं, भाजपा के ‘दिल की बात’

    हेगड़े के ‘मन की बात’ नहीं, भाजपा के ‘दिल की बात’

    ‘बिल्ली आंख मूंद कर दूध पीती है और सोचती है कि दुनिया देख नहीं रही है’ – संस्कृत सुभाषित जनाब अनंत कुमार हेगड़े, उत्तरी कर्नाटक से भाजपा के सांसद हैं और अपने विवादास्पद बयानों या नफरती वक्तव्यों के लिए अक्सर सुर्खियां बटोरते हैं। और अब जबकि उनके सूबे कर्नाटक में उनकी पार्टी भाजपा पिछले साल…

  • गांधी मैदान ने नानी याद दिलाई; परिवार की ढूंढ तलाश में निकले मोदी  

    गांधी मैदान ने नानी याद दिलाई; परिवार की ढूंढ तलाश में निकले मोदी  

    जैसे जैसे चुनाव की तारीखें करीब आ रही हैं मोदी और उनकी पार्टी, जिसका नाम अभी तक भाजपा है, की बेचैनी और घबराह्ट बढ़ती ही जा रही हैं। स्वाभाविक भी है, एक झूठ को बार बार बोलकर, हजार बार बोलकर दूसरों के लिए उसके सच होने का भरम तो पैदा किया जा सकता है, लेकिन…