Tag: democracy
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बाइडेन और मोदी खेल रहे हैं लोकतंत्र का खेल
नरेंद्र मोदी अपनी अमेरिकी यात्रा को बेदाग बादशाह की यात्रा में बदलना चाहते थे, लेकिन भारत में लोकतंत्र के पतन का प्रश्न उनका पीछा वहां भी नहीं छोड़ रहा है। मोदी के अमेरिका पहुंचने के साथ ही सत्तर के अधिक सांसदों ने ‘राष्ट्रपति बाइडन’ को नरेन्द्र मोदी से भारत में लोकतंत्र के मानकों और मानवाधिकारों को…
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लोकतंत्रः अतीत, वर्तमान और भविष्य
(वरिष्ठ पत्रकार और लेखक अरुण कुमार त्रिपाठी के संपादकत्व में ‘आज के प्रश्न’ श्रृंखला के तहत ‘लोकतंत्र: अतीत, वर्तमान और भविष्य’ शीर्षक से एक किताब प्रकाशित हुई है। किताब में तकरीबन 12 लेखकों के लेख शामिल किए गए हैं। अरुण त्रिपाठी का कहना है कि इसकी अगली कड़ी में एक और किताब का प्रकाशन पाइपलाइन…
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कर्नाटक का संदेश: जनतंत्र और आरएसएस लंबे काल तक साथ-साथ नहीं चल सकते
अन्ततः कर्नाटक के नए मुख्यमंत्री की घोषणा के साथ ही, कह सकते हैं कि कर्नाटक का चुनाव संपन्न हुआ। विजयी कांग्रेस दल के विधायकों की पहली पसंद सिद्दारमैया फिर से एक बार कर्नाटक के मुख्यमंत्री होंगे और इस शानदार जीत में अपनी मेहनत और निष्ठा के लिए बहुचर्चित नेता डी.के.शिवकुमार उप-मुख्यमंत्री। एक वाक्य में कहें…
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कर्नाटक में नंगा हो गया चुनाव आयोग!
चुनाव आयोग ने बेशर्मी की सारी सीमाएं पार कर दी हैं। एक लोकतांत्रिक संस्था के बतौर उसको न तो अपनी इज्जत का ख्याल है और न ही स्वाभिमान की चिंता। लेकिन इस कदर वह नंगा हो जाएगा इसका किसी को अंदाजा नहीं था। कर्नाटक चुनाव में यह बात बार-बार दिखी है। इसकी हाइप सोनिया गांधी…
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कर्नाटक: मोदी जी अपनी न सही, पीएम पद के गौरव एवं गरिमा का तो ख्याल रखें
कर्नाटक के चुनाव प्रचार का आज आखिरी दिन है। 10 मई को मतदान होगा और 13 मई को नतीजे सामने आ जाएंगे। लेकिन कोई चुनाव सिर्फ चुनाव नहीं होता है। उससे केवल सरकार नहीं बनती है। बल्कि उससे लोकतंत्र की सेहत और उसका पैमाना भी तय होता है। पिछले आठ सालों में देखा जा रहा…
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मोदी सरकार के 9 साल: भारत नहीं रहा धर्मनिरपेक्ष-संवैधानिक गणतंत्र!
मोदी सरकार के 9 साल में भारत की जनता और लोकतंत्र ने क्या-क्या हासिल किया है और क्या खोया है। इसकी शिनाख्त करना आज वक्त की जरूरत है। आज जब मन की बात के सौवें संस्करण की प्रस्तुति को जनता के टैक्स के पैसे से बिग इवेंट में बदलने की कोशिश हो रही है, तब…
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लोकतंत्र नहीं देश में काम कर रहा है गैंग तंत्र
पीएम मोदी के ‘बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ’ के अभियान का 8 साल बाद हस्र यह हुआ है कि बेटियों को अपनी इज्जत-आबरू बचाने के लिए उन्हें जंतर-मंतर पर इकट्ठा होना पड़ा है। विडंबना देखिये यह अभियान 22 जनवरी, 2015 को हरियाणा के पानीपत से शुरू हुआ था। और अब वहीं की बच्चियों को अपनी अस्मत…
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अगर हिंदू राज हकीकत बनता है, तो वह देश के लिए सबसे बड़ा अभिशाप होगा: डॉ. आंबेडकर
26 जनवरी आधुनिक भारतीय इतिहास की सबसे महत्वपूर्ण तिथियों में एक है। इसी दिन 26 जनवरी 1950 को भारत को लोकतांत्रिक गणराज्य घोषित किया गया था और भारतीय संविधान को पूरी तरह लागू किया गया था। हालांकि 26 नवंबर 1949 को ही भारतीय संविधान के प्रारूप समिति के अध्यक्ष डॉ. आंबेडकर ने संविधान को संविधान…
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गतिरोध के कगार पर: बोलने की आज़ादी और नाकाम होता लोकतंत्र
(स्टॉकहोम स्थित स्वीडिश अकादमी में ‘थॉट एंड ट्रुथ अंडर प्रेशर’ विषय पर एक सम्मेलन आयोजित किया गया था। 22 मार्च, 2023 को हुए इस कार्यक्रम में पांच अन्य वक्ताओं के साथ मशहूर लेखिका अरुंधति रॉय ने भी अपने विचार रखे थे। अंग्रेजी में दिए गए उनके इस वक्तव्य का हिंदी अनुवाद रेयाज़ुल हक़ ने किया…