पटना। भाकपा-माले महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने प्रधानमंत्री मोदी के 15 अगस्त के वक्तव्य पर टिप्पणी करते हुए कहा कि आजादी की 76 वीं वर्षगांठ पर प्रधानमंत्री का संबोधन एक निराशाजनक चुनावी भाषण था। भ्रष्टाचार व वंशवाद की राजनीति पर...
वर्तमान लोकतांत्रिक भारत राष्ट्रवाद के जिस रास्ते पर चल रहा है, उसमें ‘भारत माता’ के नाम का इस्तेमाल असहमति रखने वाले अपने ही नागरिकों को प्रताड़ित करने के लिए किया जा रहा है। आखिर कौन हैं ये भारत माता?...