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राजनीति

शिवसेना और एनसीपी को तोड़ने के बावजूद महाराष्ट्र में बीजेपी के लिए मुश्किलें बढ़ने वाली हैं

महाराष्ट्र की राजनीति में हालिया उथल-पुथल ने सामाजिक और राजनीतिक संकट को जन्म दिया है। भाजपा ने अपने रणनीतिक आक्रामकता से सहयोगी दलों को सीमित किया और 2014 से महाराष्ट्र में प्रभुत्व स्थापित किया। लोकसभा व राज्य चुनावों में सफलता के बावजूद, रणनीतिक चातुर्य के चलते राज्य में राजनीतिक विभाजन बढ़ा है, जिससे पार्टियों की आंतरिक उलझनें और सामाजिक अस्थिरता अधिक गहरी हो गई है।

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ज़रूरी ख़बर

पिछले दो सालों में पुलिस हिरासत में मौत का आंकड़ा 75% बढ़ा- राज्यसभा में गृहमंत्रालय का जवाब

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पिछले पांच सालों में पुलिस हिरासत में मौतों का आंकड़ा बढ़ा है। तीन सालों में इस आंकड़े में 60% और दो सालों में 75% की [more…]

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राजनीति

25000 करोड़ के बैंक घोटाले में शरद पवार पर मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज

चुनाव आयोग ने अगले महीने महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव कराये जाने की घोषणा की है वहीं दूसरी ओर एनसीपी प्रमुख शरद पवार और उनके भतीजे [more…]