खेती, जाति और पूंजीवाद-साम्राज्यवाद का सवाल !
पूरी दुनिया पूंजी-संचय के असमाधेय संकट में फंसी हुई है। बहुराष्ट्रीय तकनीकी-वित्तीय शार्कों के सामने वित्त और तकनीक निवेश का भयंकर संकट है। फ़ैक्ट्री और [more…]
पूरी दुनिया पूंजी-संचय के असमाधेय संकट में फंसी हुई है। बहुराष्ट्रीय तकनीकी-वित्तीय शार्कों के सामने वित्त और तकनीक निवेश का भयंकर संकट है। फ़ैक्ट्री और [more…]