Tag: security

  • “कश्मीरी महिलाएं इस अमानवीय घेराबंदी की सबसे बड़ी शिकार”

    “कश्मीरी महिलाएं इस अमानवीय घेराबंदी की सबसे बड़ी शिकार”

    श्रीनगर। 05 अगस्त के बाद, जब भारत ने कश्मीर का विशेष दर्जा रद्द किया और वहां मिलिट्री लॉकडाउन कर दिया, उज़मा जावेद कई दिनों तक घर से नहीं निकलीं। हर चंद घंटे बाद श्रीनगर में स्थित अपने परिवार के दो-मंजिला घर की खिड़की से बाहर देखती थीं। 20 वर्षीय छात्रा जावेद जो आम तौर पर…

  • घाटी में जारी हैं लगातार मौतें, लेकिन प्रशासन नहीं ले रहा कोई जिम्मेदारी

    घाटी में जारी हैं लगातार मौतें, लेकिन प्रशासन नहीं ले रहा कोई जिम्मेदारी

    शुक्रवार को भारत के मुस्लिम बहुल कश्मीर में जुम्मे की नमाज के कुछ देर बाद रफीक शगू के घर की खिड़की चकनाचूर कर अन्दर आए आंसू गैस ने एक कमरे को भर दिया जिससे उनकी पत्नी की मृत्यु हो गई । अब जब भारतीय अधिकारियों ने हिमालयी क्षेत्र में दो हफ्ते से अधिक समय तक…

  • घाटी में आधी रात के छापों में सुरक्षा बलों ने उठाए कई बच्चे

    घाटी में आधी रात के छापों में सुरक्षा बलों ने उठाए कई बच्चे

    मंगलवार को अली मोहम्मद राह कश्मीर के मुख्य शहर श्रीनगर के एक पुलिस थाने के बाहर सड़क पर बैठकर अपने दो किशोर बेटों को छोड़े जाने का इंतज़ार कर रहे थे, जिनको रात में चली सरकारी छापेमारी में उठा लिया गया था। राह ने एएफपी को बताया कि “जब हम सो रहे थे तब सैनिकों…

  • घाटी के गांवों में हर तरफ छाया है फौजी बूटों का खौफ

    घाटी के गांवों में हर तरफ छाया है फौजी बूटों का खौफ

    दक्षिण कश्मीर के शार, ख्रेव, और मंदंक्पल जैसे गांव इस बात के संकेत देते हैं कि क्यों कश्मीर की घाटी में इस बार विरोध-प्रदर्शन पहले हुए आन्दोलनों जैसा विस्फ़ोटक नहीं है। 5 अगस्त को राज्य को प्राप्त विशेष दर्जे के निरस्त होने के बाद, कश्मीर के अन्य ग्रामीण क्षेत्रों से जुड़े गाँवों में भी क्रूरतापूर्ण…

  • जेल में तब्दील हो गया है कश्मीर, 80 लाख लोग बंधक: शाह फैसल

    जेल में तब्दील हो गया है कश्मीर, 80 लाख लोग बंधक: शाह फैसल

    नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर पीपुल्स मूवमेंट के अध्यक्ष शाह फैसल ने बुधवार को कहा कि कश्मीर को अभूतपूर्व तरीके से बंधक बना लिया गया है। और स्थानीय लोगों को अभी इसका अहसास होना बाकी है कि उनके ऊपर कितना बड़ा पहाड़ गिरा है। शाह फैसल ने अपने ट्विटर एकाउंट के जरिये कहा है कि “अभी तक…