zauk
बीच बहस
जन्मदिन पर विशेष: ज़ौक़ की शायरी और शख़्सियत के अलग रंग
Janchowk -
शेख मोहम्मद इब्राहिम ‘ज़ौक़’ (1788-1854)
ज़ौक़ का नाम आते ही क्या विचार आता है? अंतिम मुग़ल बादशाह बहादुर शाह ज़फर, के उस्ताद। ज़्यादातर उनके बारे में इससे ज्यादा कोई याद नहीं रखता। ज़ौक़ के जीवन, उनकी शायरी, और उनकी शख़्सियत...
Latest News
मोदी की गारंटी: भाजपा की जगह मोदी, लोकतंत्र की जगह तानाशाही
मतदान की शुरुआत होने में जब महज पांच दिन बचे थे तब कहीं जाकर मौजूदा सत्ता पार्टी भाजपा ने...
You must be logged in to post a comment.