सीएसआईआर यूजीसी-नेट परीक्षा स्थगित, केंद्र सरकार पर लगातार बढ़ रहा दबाव

Estimated read time 1 min read

25 से 27 जून के बीच होने वाली सीएसआईआर यूजीसी-नेट परीक्षा अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दी गई है।राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) ने सीएसआईआर यूजीसी-नेट को स्थगित करने की घोषणा की है, जो 25 से 27 जून के बीच आयोजित की जानी है।

यह घोषणा प्रश्नपत्र लीक होने और मेडिकल प्रवेश परीक्षा एनईईटी के परिणामों में कथित अनियमितताओं की खबरों के बाद यूजीसी-नेट को रद्द करने को लेकर केंद्र सरकार के बढ़ते विरोध के बीच की गई है।

शुक्रवार शाम को एनटीए ने एक बयान में कहा, “उम्मीदवारों को सूचित किया जाता है कि संयुक्त सीएसआईआर-यूजीसी-नेट परीक्षा जून-2024 जो 25.06.2024 से 27.06.2024 के बीच आयोजित होने वाली थी, उसे अपरिहार्य परिस्थितियों और लॉजिस्टिक मुद्दों के कारण स्थगित किया जा रहा है। इस परीक्षा के आयोजन का संशोधित कार्यक्रम बाद में आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से घोषित किया जाएगा।”

सीएसआईआर यूजीसी-नेट को स्थगित करने का फैसला केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान द्वारा एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में एनटीए के कामकाज की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय जांच समिति के गठन की घोषणा के ठीक एक दिन बाद आया । उन्होंने यह भी स्वीकार किया था कि यूजीसी-नेट का पेपर डार्क नेट पर लीक हो गया था, जिसके बाद अधिकारियों ने परीक्षा रद्द कर दी थी। 18 जून को आयोजित यूजीसी-नेट परीक्षा को 19 जून को रद्द कर दिया गया था, क्योंकि रिपोर्ट में कहा गया था कि परीक्षा की सत्यनिष्ठा से समझौता किया गया था।

उन्होंने कहा, “मैं सभी को आश्वस्त करना चाहता हूं कि सरकार छात्रों के हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। हम पारदर्शिता से समझौता नहीं करेंगे। छात्र कल्याण हमारी प्राथमिकता है।”

एनटीए और सार्वजनिक परीक्षाओं के आयोजन को लेकर विवाद जारी रहने के कारण, छात्र, विभिन्न संगठन और विपक्षी दल देश भर में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।

सीएसआईआर यूजीसी-नेट परीक्षा रद्द होने पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस संचार प्रभारी ने ट्विटर पर लिखा, “एनटीए की एक और परीक्षा स्थगित कर दी गई। इस बार सीएसआईआर-यूजीसी-नेट की परीक्षा है। साफ है कि एनटीए युवाओं के लिए नरेंद्र की ट्रॉमा एजेंसी बन गई है।”

इससे पहले, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा था कि पेपर लीक का मुख्य कारण यह है कि शैक्षणिक संस्थानों पर भाजपा और उसके मूल संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) का वर्चस्व है और जब तक इसे बदला नहीं जाता, पेपर लीक नहीं रुकेंगे।

इससे पहले 19 जून को केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने परीक्षा में धांधली को लेकर उठ रहे सवालों के बीच यूजीसी-नेट परीक्षा रद्द कर दिया था। परीक्षा रद्द होने के एक दिन बाद 20 जून को शिक्षा मंत्रालय ने मामले की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को सौंप दी।

एनटीए ने परीक्षा स्थगित करने कीवजह बताते हुए कहा है कि अपरिहार्य परिस्थितियों और लॉजिस्टिक मुद्दों के कारण इस परीक्षा को स्थगित करने की घोषणा की गई है। इस परीक्षा के आयोजन का संशोधित कार्यक्रम बाद में एनटीए के माध्यम से घोषित किया जाएगा।

इससे पहले 19 जून को केंद्र सरकार के शिक्षा मंत्रालय ने परीक्षा में धांधली को लेकर उठ रहे सवालों के बीच यूजीसी-नेट परीक्षा रद्द करने का आदेश दिया था। परीक्षा रद्द होने के एक दिन बाद 20 जून को केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने मामले की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को सौंप दी।

गौरतलब है कि देश में मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट-यूजी को लेकर कई राज्यों में पेपर लीक और सेटिंग की बात सामने आई है। नीट परीक्षा परिणाम में भी गड़बड़ी की बात कही जा रही है। इस मामले पर सरकार परीक्षा आयोजित करने वाली अपनी संस्था एनटीए में सुधार की बात तो कर रही है, लेकिन परीक्षा रद्द नहीं कर रही है। वहीं छात्रों की मांग है कि परीक्षा रद्द की जाए और कोर्ट की निगरानी में परीक्षा कराई जाए।

(जेपी सिंह वरिष्ठ पत्रकारऔर कानूनी मामलों के जानकार हैं)

You May Also Like

More From Author

0 0 votes
Article Rating
Subscribe
Notify of
guest
0 Comments
Inline Feedbacks
View all comments