यूपी में रामायण पाठ और भजन-कीर्तन के आयोजन में जुटे आला-अधिकारी, योगी सरकार का आदेश

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नई दिल्ली। ऐसा लगता है कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के लिए धर्म सर्वोपरी है। अयोध्या में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियां जोरों पर हैं। इसी कड़ी में योगी सरकार ने एक आदेश जारी कर जिलाधिकारियों को लगभग 9 दिनों तक भजन-कीर्तन कराने का आदेश दिया है। राज्य के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने सभी मंडलायुक्तों और जिलाधिकारियों को आदेश दिया है कि 14 जनवरी से 22 जनवरी, 2024 तक राज्य के सभी राम मंदिर, हनुमान मंदिर और वाल्मीकि मंदिर में रामकथा, रामायण पाठ, और भजन-कीर्तन कराये जाएं।

आदेश में कहा गया है कि महर्षि वाल्मीकि ने जिस रामायण की रचना की थी उसमें भगवान राम के आदर्शों, मानव मूल्यों, सामाजिक मूल्यों का प्रचार-प्रसार करना और उसे जनमानस से जोड़ा जाना है। राज्य के सभी मंदिरों और धार्मिक स्थलों पर दिन भर ये कार्यक्रम चलते रहेंगे और इस कार्यक्रम में राज्य सरकार ने मंडल आयुक्त से लेकर जिला प्रशासन और तहसील प्रशासन सबको लगा दिया है।

इस मौके पर नगर निकायों में नगर संकीर्तन का आयोजन करने का आदेश दिया गया है जिसमें स्थानीय भजन-कीर्तन मंडलियों को शामिल करने को कहा गया है और नगरों में राम मंदिर रथ और कलश यात्रा का आयोजन करने को कहा गया है। इन कार्यक्रमों के लिए कलाकारों का चयन संस्कृति विभाग और सूचना विभाग में पंजीकृत कलाकारों और भजन-कीर्तन मंडलियों को प्राथमिकता देने को कहा गया है। जिन्हें संस्कृति विभाग नियत दरों पर जिला पर्यटन और संस्कृति परिषद के जरिये करेगी।

कार्यक्रमों का उद्घाटन दीप प्रज्वलन से शुरू होगा और फिर रामचरित मानस के सभी कांडों का पाठ भी किया जाएगा। इसमें सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाएगा। हैरानी की बात तो ये है कि राज्य सरकार ने इस काम को प्रमुखता देते हुए मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव, पंचायती राज विभाग के अपर मुख्य सचिव, नगर विकास विभाग के प्रमुख सचिव, गृह विभाग के प्रमुख सचिव, पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री के निजी सचिव, सूचना और जनसंपर्क विभाग के निदेशक, संस्कति निदेशालय के निदेशक सभी को इस काम को सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है।

अयोध्या में राम मंदिर में राम लला की प्राण-प्रतिष्ठा 22 जनवरी, 2024 को होने वाला है। जिसे देखते हुए राज्य सरकार ने ये कदम उठाया है। अब सवाल ये उठता है कि अगर 14 जनवरी से 22 जनवरी के दौरान राज्य में कोई बड़ी घटना घट जाती है तो ये सभी आला अधिकारी जो मंदिरों में भजन-किर्तन करवाने में व्यस्त रहेंगे वो उस घटना की ओर कितना ध्यान दे पायेंगे।   

(जनचौक की रिपोर्ट।)

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