नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी का एकाउंट फ्रीज कर दिया गया है। और इनकम टैक्स ने पार्टी पर 210 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है। इसके साथ ही पार्टी की यूथ विंग यूथ कांग्रेस का भी एकाउंट फ्रीज हुआ है। यह जानकारी कांग्रेस के प्रवक्ता अजय माकन ने एक प्रेस कांफ्रेंस में दी। उन्होंने इसे लोकतंत्र पर तालाबंदी करार दिया है।
माकन ने जानकारी देते हुए बताया कि इसके लिए 2018-19 के इनकम टैक्स रिटर्न को बहाना बनाया गया है। उन्होंने कहा कि चूंकि इनकम टैक्स रिटर्न भरने में 40-45 दिन देरी हो गयी थी। उसी का हवाला देकर सरकार ने इस काम को किया है। इसके अलावा पैसा इकट्ठा करने में कांग्रेस के सांसदों ने अपनी एक महीने की सैलरी नगद के तौर पर पार्टी को डोनेट किया था। उसको भी बहाने के तौर पर इस्तेमाल किया गया है। जबकि यह राशि केवल 19 लाख रुपये थी।
उन्होंने कहा कि यह चूंकि चुनाव का साल था लिहाजा उसमें कुछ देरी हो गयी थी। वैसे आम तौर इस तरह की देरी होती है। और उस पर कोई अलग से पेनाल्टी नहीं लगती है। लेकिन उसके नाम पर 210 करोड़ रुपये की रिकवरी को किसी भी रूप में भी जायज नहीं ठहराया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि इस बीच पार्टी ने क्राउड फंडिंग के जरिये सारी धन राशि एकत्रित की थी। लेकिन सरकार ने उसी को निशाना बना लिया है। उन्होंने कहा कि अगर किसी का एकाउंट फ्रीज किया जाना चाहिए तो वह बीजेपी है जिसने अवैध तरीके से इलेक्टोरल बांड खरीदे थे। लेकिन यहां मुख्य विपक्षी पार्टी के ही एकाउंट को सीज कर दिया गया है।
उन्होंने बताया कि इसकी सूचना उन्हें दो दिन पहले मिली जब उनके द्वारा काटे जाने वाले पार्टी के चेक बैंकों से डिसॉनर होने लगे। पता करने पर मालूम कि एकाउंट ही सीज कर दिया गया है। माकन ने बताया कि पार्टी मामले को इनकम टैक्स ट्रिब्यूनल में ले गयी है। और इस पर आज सुनवाई भी हो रही है। लेकिन चुनाव से ठीक पहले सरकार के इस कदम को बेहद आपत्तिजनक माना जा रहा है। मुख्य विपक्षी पार्टी के एकाउंट को सीज कर सरकार आखिर क्या संदेश देना चाहती है। इससे तो यही समझ में आता है कि विपक्षी को पूरी तरह से पंगु बनाकर उसको समर्पण करने के लिए मजबूर किया जा रहा है।
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