केंद्रीय मंत्री टेनी की बर्खास्तगी की मांग को लेकर मोदी-शाह का पुतला फूंकने के दौरान कई गिरफ्तार

लखनऊ। गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी की बर्खास्तगी और उनकी गिरफ्तारी की मांग को लेकर किसान मोर्चे ने आज राष्ट्रीय स्तर पर मोदी-शाह और किसी स्थानीय नेता का पुतला फूंकने का आह्वान किया था। इसके तहत आज पुलिस ने कई जगहों पर गिरफ्तारियां की हैं। कई जगहों पर पुलिस ऐसे नेताओं और कार्यकर्ताओं के यहां पहले ही पहुंच गयी जिन्हें इस तरह के किसी आयोजन में भाग लेना था। सीपीआई (एमएल) के तमाम नेताओं को पुलिस ने नजरबंद किया है इसके साथ ही मेगसेसे पुरस्कार विजेता संदीप पांडेय और रिहाई मंच के राजीव यादव को पुलिस ने हिरासत में ले लिया।

भाकपा (माले) की यूपी इकाई ने सरकार द्वारा माले समेत विपक्षी कार्यकर्ताओं की प्रदेश भर में की गई गिरफ्तारियों, नजरबंदियों और उन पर लगाई गई पाबंदियों की कड़ी निंदा की है। पार्टी ने सभी गिरफ्तार नेताओं की रिहाई और अघोषित आपातकाल को खत्म कर जन अधिकारों को बहाल करने की मांग की है।

माले राज्य सचिव सुधाकर यादव ने कहा कि योगी सरकार लोकतंत्र की हत्या कर रही है। उन्होंने बताया कि पार्टी के जौनपुर जिला प्रभारी गौरव सिंह को 14 अक्टूबर की रात पुलिस ने उनके घर से उठा लिया। इसके दो दिन पूर्व कॉ. गौरव ने एक व्हाट्सएप पोस्ट डाला था कि उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य का जौनपुर के बक्सा ब्लॉक में कार्यक्रम है और माले उन्हें काला झंडा दिखाकर वापस भेजेगी। गौरतलब है कि लखीमपुर खीरी में किसान नरसंहार केशव मौर्य के दौरे के दौरान ही हुआ था। कार्यकर्ता उप मुख्यमंत्री को कला झंडा दिखाने की तैयारी कर रहे थे कि उनके नेता को पुलिस ने पूर्व संध्या पर ही गिरफ्तार कर लिया। शाम को समाचार देने तक उन्हें रिहा नहीं किया गया था।

का. सुधाकर ने कहा कि इसी तरह, शुक्रवार (15 अक्टूबर) की सुबह रायबरेली में किसान महासभा जिलाध्यक्ष फूलचंद मौर्य और बलिया में माले जिला कमेटी सदस्य नियाज अहमद को भी गिरफ्तार कर लिया गया। सोनभद्र में लकवा के शिकार माले कार्यकर्ता मो. कलीम से भी योगी सरकार को डर था, इसलिए उन्हें भी गिरफ्तार कर राबर्ट्सगंज कोतवाली में बैठा दिया गया। चंदौली में माले जिला सचिव अनिल पासवान और इंकलाबी नौजवान सभा के सचिव ठाकुर प्रसाद व सीतापुर के बिसवां में किसान महासभा नेता संतराम को उनके घरों पर नजरबंद कर दिया गया।


गाजीपुर में माले जिला कार्यालय पर प्रशासन ने पुलिस का पहरा बैठा दिया ताकि आंदोलनात्मक कार्यक्रम न हो सकें।

राज्य सचिव ने कहा कि इन पाबंदियों और पहरों के बावजूद तमाम जिलों में मोदी-योगी सरकार के पुतले फूंके गए। उन्होंने कहा कि योगी सरकार की दमनात्मक कार्रवाइयों से माले व जनसंगठनों के कार्यकर्ता डरने वाले नहीं हैं। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी की बर्खास्तगी और गिरफ्तारी जब तक नहीं होती, विरोध कार्यक्रम रुकने के बजाय तेज ही होंगे। कृषि कानूनों की वापसी तक आंदोलन जारी रहेगा।

लखनऊ पुलिस ने मोदी, शाह, अजय मिश्रा का पुतला फूंकने से रोका, किया गिरफ्तार

इसी तरह से लखनऊ में भी एक कार्यक्रम आयोजित हुआ था। जिसमें कार्यक्रम स्थल पर ही सोशलिस्ट किसान सभा के संदीप पांडे, अमित मौर्या, मुनीम कुमार, रिहाई मंच के राजीव यादव, आदिल खान, युवा भारत से संतोष परिवर्तक, वीरेन्द्र कुमार गुप्ता को हिरासत में ले लिया गया।

सभी को गिरफ्तार कर इको गार्डन में हिरासत में रखा गया था। जहां पर संयुक्त किसान मोर्चा के नेता-कार्यकर्ता मुलाकात के लिए लगातार पहुंच रहे हैं।

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