क्या है रिश्ता अडानी-नरेंद्र मोदी के बीच, यह पूछना ही सबसे बड़ा ‘गुनाह’ बना: राहुल गांधी 

संसद की सदस्यता जाने के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने और भी ज्यादा आक्रामक तरीके से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाने पर लिया। आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए उन्होंने अडानी मुद्दे पर मोदी पर करारा वार करते हुए कहा कि ‘अडानी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दोस्ती बहुत पुरानी है।

प्रधानमंत्री देश को बताएं कि अडानी के पास अचानक से 20 हजार करोड़ रूपये कहां से आए हैं। इस सवाल का जवाब पूरा देश जानना चाहता है। क्योंकि वो पैसा अडानी का हो ही नहीं सकता।‘उन्होंने कहा मैं यह  सवाल लगातार पूछता रहूंगा। 

लोकसभा से उनकी सदस्यता खत्म करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि ये सब अडानी प्रकरण से ध्यान हटाने के लिए किया गया है। लेकिन मैं चुप नहीं रहूंगा। मैं पूछता रहूंगा कि अडानी और मोदी जी के बीच रिश्ता क्या है?

लोकतंत्र बचाने के लिए लड़ाई

राहुल गांधी ने कहा कि वे भारत में लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि संसद सदस्यता जाने से उन पर कोई फर्क नहीं पड़ता है। वे अपना काम करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि ‘मुझे डिस्क्वालिफाई करके, डरा धमकाकर, चुप नहीं करा सकते, मैं अपनी तपस्या जारी रखूंगा।’ 

स्पीकर पर लगाए गंभीर आरोप

राहुल गांधी ने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला पर भी गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि ‘स्पीकर ने मुझे संसद में बोलने नहीं दिया। मेरी स्पीच को काट कर हटा दिया गया। मैंने स्पीकर को दो चिट्ठियां लिखीं और उनसे मिलकर पूछा कि संसद में मुझे बोलने क्यों नहीं दिया जा रहा है तो वे मुझे देखकर मुस्कुराते रहे और बोले कि वो कुछ नहीं कर सकते हैं। तो क्या अब मुझे संसद में बोलने के लिए भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पूछना पड़ेगा।’ 

प्रधानमंत्री संसद में मेरी अगली स्पीच से डर गए

राहुल गांधी ने कहा कि संसद में बीजेपी के मंत्रियो ने मेरे बारे में झूठ बोला। उन्होंने कहा कि बीजेपी के सारे नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से डरते हैं। राहुल गांधी ने ये भी कहा कि ‘पीएम मोदी मेरी अगली स्पीच को लेकर डरे हुए हैं और इसीलिए मेरी लोकसभा सांसदी भी खत्म की गई है। लेकिन मैं उनके और गौतम अडानी के रिश्ते पर लगातार बोलता रहूंगा। मेरी अगली स्पीच अडानी पर ही होने वाली थी। लेकिन मेरी आवाज को दबाने के लिए ऐसा किया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सबकुछ अडानी को बचाने के लिए कर रहे हैं।‘

विपक्ष को एकजुट होना होगा

विपक्षी एकता पर राहुल गांधी ने कहा कि विपक्ष के नेताओं ने इस मुद्दे पर उनका साथ दिया है और इसके लिए वे सभी के आभारी हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की तानाशाही के खिलाफ सभी विपक्ष को एकजुट होकर मिलकर काम करना होगा। 

राहुल गांधी केरल के वायनाड से लोकसभा सांसद थे। वायनाड के बारे में पूछे जाने पर राहुल गांधी ने कहा कि ‘वायनाड की जनता के साथ मेरा पारिवारिक रिश्ता है। मैं वायनाड की जनता को चिट्ठी लिखूंगा।’

 24 मार्च को राहुल गांधी की लोकसभा सांसद की सदस्यता खत्म कर दी गई थी। ‘मोदी सरनेम’ विवाद में सूरत की एक अदालत द्वारा राहुल गांधी को दो साल की सजा सुनाए जाने के बाद लोकसभा सचिवालय ने उनकी संसद सदस्यता खत्म करने का फैसला लिया।  संसद सदस्यता खत्म होने के बाद राहुल गांघी की ये पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस थी।

( कुमुद प्रसाद जनचौक में कॉपी एडिटर हैं।)

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