Author: जयप्रकाश नारायण

  • पुण्यतिथि पर विशेष: हत्यारों को आज भी सता रहा है बापू का भूत

    पुण्यतिथि पर विशेष: हत्यारों को आज भी सता रहा है बापू का भूत

    समय के साथ विराट होता जा रहा है दुबले-पतले मानव का व्यक्तित्व। नश्वर शरीर से मुक्त गांधी भी हिंदुत्व का पीछा नहीं छोड़ रहे हैं। राज्य की दानवी ताकत पर बैठा, तोप, टैंकर, बंदूक, युद्धक और मानव संहारक विमानों पर सवार, हिंदुस्तान की सत्ता पर काबिज हिंदुत्व का तथाकथित ‘महाबली शासक’ गांधी का नाम सुनते…

  • नेताजी सुभाष चन्द्र बोस समाजवादी थे, दक्षिणपंथी नहीं

    नेताजी सुभाष चन्द्र बोस समाजवादी थे, दक्षिणपंथी नहीं

    बात 1984 के सितंबर की है। इंडियन पीपुल्स फ्रंट का दूसरा राष्ट्रीय सम्मेलन कोलकाता में होना तय हुआ था। सम्मेलन की तैयारी चल रही थी। नेशनल कमेटी की मीटिंग में तय हुआ था कि हमें स्वतंत्रता आंदोलन के बड़े व्यक्तित्वों को सम्मेलन में अतिथि के रुप में शामिल कराने की हर संभव कोशिश करनी चाहिए…

  • ब्राजील में लूला की जीत:अमेरिकी साम्राज्यवाद से लैटिन अमेरिकी जनता के आजाद होने की छटपटाहट

    ब्राजील में लूला की जीत:अमेरिकी साम्राज्यवाद से लैटिन अमेरिकी जनता के आजाद होने की छटपटाहट

    लैटिन अमेरिका के सबसे बड़े मुल्क ब्राजील में 1 जनवरी को राष्ट्रपति के रूप में लूला डिसिल्वा ने शपथ ली। उनकी विजय सैन्य पृष्ठभूमि वाले तानाशाह जायर बोलसोनारो को हराकर संभव हो सकी। जो ब्राजील के लिए दु:स्वप्न बन चुके थे। प्रारंभिक संकेतों में भारी पीछे चल रहे बोलसोनारो अमेरिकी और ब्राजीली शासक वर्गों के अथक…

  • जनता के लोकतांत्रिक अभ्युदय और धर्मनिरपेक्ष भारत के पुनर्जागरण का वाहक बनेगा 2023

    जनता के लोकतांत्रिक अभ्युदय और धर्मनिरपेक्ष भारत के पुनर्जागरण का वाहक बनेगा 2023

    कॉर्पोरेट हिंदुत्व गठजोड़ के चुनावी फासीवाद का शिकंजा भारतीय लोकतंत्र पर लगातार कसता जा रहा है। जिसके खिलाफ हिंदुस्तान के आवाम का प्रतिरोध पिछले 2 वर्षों में नई-नई बुलंदियों को छूता गया है। वर्ष 2020-21 और 22 में हमारा देश दो आपदाओं के बीच से गुजरा। एक- करोना महामारी की आपदा। जिसने लाखों भारतीयों के…

  • भारत जोड़ो यात्रा और भारत में उदार वादी राजनीति का भविष्य

    भारत जोड़ो यात्रा और भारत में उदार वादी राजनीति का भविष्य

    राहुल गांधी यानि कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा 28 सौ किलोमीटर चलकर दिल्ली पहुंची है। सवाल यह है इस यात्रा को मिल रहे जनसमर्थन या इसके द्वारा उठाए गए सवालों की स्वीकार्यता इस देश में किस स्तर तक होने जा रही है। खास कर उस दौर में जब भारतीय लोकतंत्र के मौजूदा स्पेस पर दक्षिणपंथी…

  • अगर गुजरात में 2002 था तो यूपी में रामपुर बनेगा बीजेपी की जीत का चुनावी मॉडल!

    अगर गुजरात में 2002 था तो यूपी में रामपुर बनेगा बीजेपी की जीत का चुनावी मॉडल!

    सात दिसंबर को दिल्ली एमसीडी और आठ दिसंबर को गुजरात और हिमाचल विधानसभा चुनाव सहित पांच राज्यों के उपचुनाव के परिणाम आए। समाचार माध्यमों और टीवी चैनलों के विश्लेषण में गुजरात चुनाव में भाजपा की बड़ी जीत को ऐतिहासिक जीत बताकर भाजपा और मोदी की नीतियों और विकास मॉडल पर जनता के सहमति पत्र के…

  • जी-20 की अध्यक्षता: प्रोपोगंडा और यथार्थ!

    जी-20 की अध्यक्षता: प्रोपोगंडा और यथार्थ!

    इंडोनेशिया के बाली द्वीप पर 15-16 नवम्बर को जी -20 देशों की एक शिखर बैठक हुई। चीन, अमेरिका, ब्रिटेन फ्रांस, कनाडा सहित भारत के प्रधानमंत्री मोदी और कई देशों के राष्ट्राध्यक्ष शामिल हुए। इसके बाद अगले एक वर्ष तक जी- 20 की अध्यक्षता भारत को करना है। मोदी सरकार इस पर जश्न मना रही है। ऐसा…

  • छह दिसंबर: राजनीतिक हिन्दुत्व का शौर्य और लोकतांत्रिक भारत का शोक दिवस

    छह दिसंबर: राजनीतिक हिन्दुत्व का शौर्य और लोकतांत्रिक भारत का शोक दिवस

    6 दिसंबर बाबा साहब भीमराव अंबेडकर का परिनिर्वाण दिवस और बाबरी मस्जिद का विध्वंस दिवस है। 6 दिसंबर को ही संघ परिवार द्वारा बाबरी मस्जिद ढहाने के लिए चुनना सोचा-समझा राजनीतिक लक्ष्य था। चूंकि बाबा साहब के परिनिर्वाण दिवस को भारत के दलित और लोकतांत्रिक जनगण शोक दिवस के रूप में मनाते हैं और हिंदुत्व…

  • काशी तमिल संगमम और राजीव गांधी के हत्यारे की रिहाई

    काशी तमिल संगमम और राजीव गांधी के हत्यारे की रिहाई

    दो-तीन दिन से यह खबर प्राथमिकता में चल रही है कि बनारस में एक महीने तक तमिल संस्कृति की विशेषताओं को रेखांकित करता हुआ विशाल सरकारी आयोजन हो रहा है। और लोगों से अपील की जा रही है कि आप आइए तमिल संस्कृति का आनंद लीजिए। इस आयोजन का नाम काशी तमिल संगमम रखा गया…

  • गहरे आर्थिक संकट में पहुंच गया है यूरोप

    गहरे आर्थिक संकट में पहुंच गया है यूरोप

    वित्तीय पूंजी का असाध्य संकट शुरू हो चुका है। 2008 से शुरू हुई आर्थिक मंदी ने स्थायित्व ग्रहण कर लिया है । जिसका असर आर्थिक और राजनीतिक संकट के‌ रूप में दिखने लगा है। ब्रिटेन की 46 दिनी प्रधानमंत्री का इस्तीफा इस बात की स्वीकारोक्ति है कि संकट का समाधान पूंजीवादी उत्पादन प्रणाली के दायरे…