Author: रूपेश कुमार सिंह
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मई दिवस पर विशेष: एक मज़दूर संगठन की पैदाइश, तरक़्क़ी और प्रतिबंधित कर उसे ख़त्म करने की कोशिशों की दास्तान
अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस हमें प्रत्येक वर्ष याद दिलाता है कि किस तरह से मजदूरों ने अपने अधिकारों को पाने के लिए संघर्ष किया और अपने प्राणों तक की आहुति दी। आज जो हमें 8 घंटे का कार्यदिवस मिला हुआ है, यह उन्हीं मजदूरों के बलिदान का परिणाम है। आज जब पूरे विश्व में पूंजीवाद अपने विनाश…
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लाॅकडाउन के कारण आर्थिक स्थिति खराब होने व समुचित इलाज के अभाव में एक मजदूर ने की आत्महत्या
पूरे देश में अचानक हुए लाॅकडाउन के चलते फैली अव्यवस्था के कारण अब तक कई लोगों की जान जा चुकी है। कोई भूख से मर रहा है, तो कोई समुचित इलाज के अभाव में, तो कई लोग आत्महत्या भी कर चुके हैं। सरकार के द्वारा बिना किसी तैयारी के अचानक किये गये लाॅकडाउन के कारण…