बिहार में बदलाव के संकल्प के साथ भाकपा-माले की ‘बदलो बिहार यात्रा’ संपन्न

पटना। भाकपा-माले की ‘बदलो सरकार, बदलो बिहार’ नारे के तहत 18 जून से शुरू हुई ‘बदलो बिहार यात्रा’ 26 जून 2025 को पटना के जीपीओ गोलंबर पर समापन सभा के साथ संपन्न हुई। सभा में यात्रा दल के नेताओं के अलावा भाकपा-माले के राष्ट्रीय महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य, विधायक दल के नेता महबूब आलम, के.डी. यादव, अमर, सरोज चौबे सहित पार्टी के कई वरिष्ठ नेता शामिल हुए। यात्रा का नेतृत्व काराकाट सांसद राजाराम सिंह, अरवल विधायक महानंद सिंह, घोषी विधायक रामबली सिंह यादव, फुलवारी विधायक गोपाल रविदास, पालीगंज विधायक संदीप सौरभ, ऐपवा नेत्री रीता वर्णवाल, माधुरी गुप्ता, वंदना प्रभा, मुनारिक राम सहित अन्य नेताओं ने किया।

जीपीओ गोलंबर में दीपंकर भट्टाचार्य का संबोधन

दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि इंडिया गठबंधन की सरकार बनते ही न्यूनतम 1500 रुपये की सामाजिक सुरक्षा पेंशन दी जाएगी। उन्होंने बताया कि एनडीए सरकार को पेंशन को 400 रुपये से बढ़ाकर 1100 रुपये करने में 20 साल लग गए। इसके अलावा, महिलाओं को 2500 रुपये की महिला सम्मान राशि प्रदान की जाएगी।

उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने वक्फ बोर्ड की जमीनों पर हस्तक्षेप शुरू किया है, जो आगे चलकर चर्च और गुरुद्वारों तक पहुंच सकता है। यह धार्मिक स्वतंत्रता के संवैधानिक अधिकार पर हमला है।

नई शिक्षा नीति के नाम पर स्कूल बंद किए जा रहे हैं, जो संविधान के समान और निःशुल्क शिक्षा के अधिकार के सिद्धांत के खिलाफ है।

उन्होंने कहा कि 26 जून 1975 को घोषित आपातकाल के खिलाफ जनता ने संघर्ष किया और इंदिरा गांधी को हार स्वीकार करनी पड़ी। लेकिन आज देश में अघोषित आपातकाल है, जहां सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग हो रहा है। जीविका कर्मियों से लेकर पंचायत सचिवों तक को रैलियों में शामिल होने के लिए मजबूर किया जा रहा है। चुनाव आयोग को शिकायत के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हो रही।

उन्होंने बिहार में चुनाव से पहले 8 करोड़ मतदाताओं से नागरिकता के प्रमाण मांगने की कवायद को वोटर लिस्ट से नाम काटने की साजिश करार दिया। उन्होंने कहा कि बरसात के मौसम में जन्म प्रमाण पत्र जैसे दस्तावेज मांगना अव्यावहारिक है, क्योंकि अधिकांश लोगों के पास ऐसे कागजात नहीं हैं।

बिहार में मजदूरी सबसे कम है, जिसके कारण मजदूरों को पलायन करना पड़ता है और वे सस्ते श्रमिक बनने को मजबूर होते हैं। दिल्ली में “जहां झुग्गी, वहीं मकान” का वादा करने वाली भाजपा सरकार झुग्गियों पर बुलडोजर चला रही है, जो मुख्यतः बिहार के प्रवासी मजदूरों की बस्तियां हैं।

हवाई अड्डों से लेकर रेलवे तक को अदानी-अंबानी को सौंपा जा रहा है। सुरक्षा के नाम पर विफलता के कारण हाल की हवाई दुर्घटनाओं में सैकड़ों लोगों की जान गई।

उन्होंने जोर देकर कहा कि यह चुनाव केवल सरकार बदलने का नहीं, बल्कि लोकतंत्र और संविधान को बचाने का है। किसान, मजदूर, महिलाएं और युवा सड़कों पर हैं। 9 जुलाई की हड़ताल इस संघर्ष का निर्णायक पड़ाव होगी।

26 जून को यात्रा की झलकियां

भाकपा-माले की ‘बदलो सरकार, बदलो बिहार’ न्याय यात्रा ने पुनपुन के नीमा गांव में रात्रि विश्राम के बाद अगला चरण शुरू किया। पुनपुन से बग्गा रोड होते हुए यात्रा फुलवारीशरीफ के गंज पहुंची, जहां प्रखंड अध्यक्ष गुरुदेव दास के नेतृत्व में यात्रा दल का भव्य स्वागत हुआ। नेताओं और कार्यकर्ताओं को फूल-मालाओं से सम्मानित किया गया।

गंज में आयोजित सभा का संचालन गुरुदेव दास ने किया। अरवल विधायक महानंद सिंह ने सरकार की विफलताओं पर प्रकाश डाला। काराकाट सांसद राजाराम सिंह ने आरोप लगाया कि डबल इंजन सरकार फुलवारीशरीफ में हिंदू-मुस्लिम तनाव भड़काने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि फुलवारीशरीफ को ‘आतंक का अड्डा’ बताकर बदनाम करने की साजिश को विधायक गोपाल रविदास ने नाकाम किया।

यात्रा कुरकुरी, ईशोपुर, चितकोहरा होते हुए अनीसाबाद और बेऊर मोड़ पहुंची, जहां स्थानीय जनता और कार्यकर्ताओं ने माल्यार्पण कर स्वागत किया। बेऊर मोड़ पर जनसभा में राजाराम सिंह ने कहा कि फुलवारीशरीफ को गोपाल रविदास जैसे विधायक की जरूरत है, जो जनता की आवाज को विधानसभा से सड़क तक बुलंद करे।

यात्रा सिपारा पुल होते हुए बाईपास के रास्ते चांगर (कंकड़बाग) पहुंची, जहां सचिव पन्ना जी के नेतृत्व में स्वागत और छोटी सभा आयोजित हुई। सभा में पार्टी नेत्री अनीता मुख्य वक्ता थीं।

यात्रा का अंतिम पड़ाव फुलवारीशरीफ विधानसभा का जगनपुरा था। यहां पटना महानगर सचिव अभ्युदय और पन्ना लाल के नेतृत्व में गर्मजोशी से स्वागत हुआ। विशाल जनसभा में दीपंकर भट्टाचार्य मुख्य अतिथि थे, और सभा का संचालन गोपाल रविदास ने किया।

गोपाल रविदास ने कहा कि फुलवारीशरीफ में विकास की नई इबारत लिखी गई है, जो वर्षों से उपेक्षित था। उन्होंने जनता से इस अभियान को घर-घर पहुंचाने की अपील की।

यात्रा का विवरण

मगध जोन की यह यात्रा 18 से 26 जून तक चली, जिसका नेतृत्व भाकपा-माले पटना जिला सचिव सह मगध प्रभारी अमर ने किया। यात्रा रोहतास, औरंगाबाद, गया, अरवल, जहानाबाद, पालीगंज, विक्रम होते हुए पटना पहुंची। ग्रामीण क्षेत्रों में इसे व्यापक जनसमर्थन मिला, और जनता ने सरकार के खिलाफ खुलकर आक्रोश व्यक्त किया।

दीपंकर भट्टाचार्य ने भाजपा सरकार द्वारा चुनाव से पहले वोटर आईडी दोबारा बनवाने की योजना को चुनावी साजिश करार दिया। उन्होंने दावा किया कि जनता अब सच्चाई समझ चुकी है और आगामी चुनाव में भाजपा को करारा जवाब देगी।

मुख्य उपस्थित नेता

काराकाट सांसद राजाराम सिंह, फुलवारीशरीफ विधायक गोपाल रविदास, घोषी विधायक रामबली सिंह यादव, अरवल विधायक महानंद सिंह, पटना जिला सचिव अमर, फुलवारी प्रखंड अध्यक्ष गुरुदेव दास, महानगर सचिव अभ्युदय, पन्ना जी, कमलेश, ऐपवा नेत्री रीता वर्णवाल, माधुरी गुप्ता, अमीषा कुमारी, वंदना प्रभा, पूर्व मुखिया आशा देवी, भोला दास, शरीफ मांझी, अयोध्या जी, सत्यानंद कुमार सहित कई माले कार्यकर्ता और स्थानीय नागरिक शामिल रहे।

(प्रेस विज्ञप्ति)

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