नई दिल्ली। शिवपुरी के इंदरगढ़ में एक दलित युवक की पीट-पीट कर हत्या कर दी गयी। युवक की उम्र 28 साल है। बताया जा रहा है कि विवाद बोरवेल से खेत में पानी देने को लेकर सरपंच के परिवार और दलित युवक के परिवार के बीच हुआ। इसी कड़ी में सरपंच के परिवार के लोगों ने खेत में ही दलित युवक की पीट-पीट कर हत्या कर दी।
इसका वीडियो भी सामने आ गया है जिसमें युवक को सरपंच के लोग लाठियों और डंडों से पीटते दिख रहे हैं। आस पास कुछ महिलाएं भी खड़ी हैं। तकरीबन पांच युवक उसको पीटते दिख रहे हैं और तीन-चार महिलाएं खड़ी होकर देख रही हैं। जबकि युवक उनसे बार-बार न मारने की विनती कर रहा है।
पीड़ित का नाम नारद जाटव है। वह मंगलवार को अपने मामा के घर इंदरगढ़ गया था। पुलिस का कहना है कि बोरवेल और रास्ते को लेकर दोनों परिवारों के बीच बहुत दिनों से झगड़ा चला आ रहा था। बताया जा रहा है कि तकरीबन चार बजे बोरवेल पाइपलाइन को लेकर विवाद शुरू हो गया जिसके बारे में कहा जा रहा है कि नारद ने उसे हटा दिया था। जिसके बाद आरोपी हिंसक हो गए।
पुलिस के मुताबिक सरपंच पदम धाकड़, उसके भाई मोहर पाल धाकड़, बेटा अंकेश धाकड़ और दूसरे परिवार के सदस्यों ने नारद को घेर लिया और उस पर हमला कर दिया। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि आरोपी तब तक उसे लाठी-डंडों से पीटते रहे जब तक उसकी जान नहीं चली गयी। पुलिस ने उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल में भेज दिया है।
नारद के परिजनों ने सरपंच और उसके परिवार पर साजिश के तहत हत्या का आरोप लगाया है। दोनों के बीच असहमति एक साल पहले बन गयी थी। बताया जाता है कि सरपंच और नारद के स्वर्गीय मामा ने मिलकर बोरवेल खोदा था। जाटव परिवार इसका इस्तेमाल अपना खेत सींचने के लिए करता था। धाकड़ परिवार ने अपने होटल को पानी सप्लाई करने के लिए जाटव की जमीन से जाने वाले एक पीछे के रास्ते पर अवैध कुंआ खोदा।
एसपी अमन सिंह राठौर ने बताया कि 8 आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। जिसमें सरपंच भी शामिल है। इन सभी के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है। चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
घटना को लेकर राजनीतिक प्रतिक्रियाएं भी आयी हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ इसकी कड़े शब्दों में निंदा की है और मुख्यमंत्री से दलितों और आदिवासियों की सुरक्षा के लिए विशेष प्रबंध करने की मांग की है। एक्स पर लिखे अपने बयान में उन्होंने कहा है कि “शिवपुरी के इंदरगढ़ में एक दलित युवक की लाठी-डंडों से पीट-पीटकर हत्या कर दी गई।
दिनदहाड़े हुए इस हत्याकांड के बाद एक बार फिर साबित हो गया है कि मध्य प्रदेश में दलित वर्ग सुरक्षित नहीं है। कोई दिन ऐसा नहीं जाता जिस दिन प्रदेश में दलितों पर अत्याचार की घटना नहीं होती हो। भाजपा के शासन में दबंगों के हौसले बढ़ रहे हैं और दलित तथा आदिवासियों के अत्याचार छीनना उनकी आदत बन गई है। दुर्भाग्य की बात है मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव इस तरह के विषयों पर कुछ भी कहने से बचते हैं और दलितों की सुरक्षा सुनिश्चित कराने में पूरी तरह नाकाम रहे हैं।
मैं मुख्यमंत्री @DrMohanYadav51 से माँग करता हूँ कि प्रदेश में दलित और आदिवासियों की सुरक्षा के लिए विशेष प्रबंध किए जाएं”।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा है कि भाजपा की घोर विडंबना देखिए! एक तरफ़ पूरा देश संविधान दिवस मना रहा है, बाबा साहेब अंबेडकर के विचारों की बातें हो रही हैं, और दूसरी तरफ़ भाजपा के राज में मेरे दलित भाई को लाठियों से पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया गया।
भाजपा का राज आज दलितों के लिए शोषण और अत्याचार का पर्याय बन चुका है। 21वीं सदी में भी मेरे दलित परिवारों पर लगातार अत्याचार हो रहे हैं। प्रदेश के गृहमंत्री विदेश में छुट्टियां मना रहे हैं, और यहां उनके संरक्षण में पनप रहा माफिया मेरे दलित परिवारों पर हर रोज़ अत्याचार के नए क़िस्से लिख रहा है।
संविधान को बचाने की लड़ाई इसलिए ज़रूरी है, ताकि कोई और दलित भाई अत्याचार का शिकार न हो सके।
ईश्वर नारद जाटव जी की आत्मा को शांति और परिवार को यह दुख सहने की शक्ति प्रदान करे”।
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