अहमदाबाद। दिल्ली के शाहीन बाग के समर्थन में अहमदाबाद के अजित मिल धरने में देश भर से संघर्ष के साथी जुड़ रहे हैं। रविवार और सोमवार को दिल्ली, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान और महाराष्ट्र सहित गुजरात के अलग-अलग जिलों से बड़ी संख्या में आमजन और ख़ास लोगों ने पहुंच कर धरने के साथ एकजुटता दिखाई। और मोदी शाह का विरोध करते हुए CAA, NRC और NPR के दुष्परिणाम के बारे में बताया।
अधिकतर प्रतिनिधि मंडल आदिवासी, अनुसूचित जाति और प्रगतिशील लोगों का था इनके अलावा जामिया से पत्रकारिता विभाग के छात्र और आइसा के छात्र नेता चंदन कुमार, अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के AMUSU के कैबिनेट सदस्य निशांत भरद्वाज भी पहुंचे थे। अजित मिल धरने में पहुंचने वाले अन्य लोगों में निम्न लोग शामिल हैं:
1- तारा आलूवालिया (महिला आन्दोलन तथा मानव अधिकार से जुड़ी हुई हैं), भीलवाड़ा,राजस्थान
2 – अरविंद भाई खुमान दलित चिंतक कोडिनार, गुजरात
3- वरसिंह निनामा (लोक जगृति मंच), झाबुआ मध्य प्रदेश
4- मोहम्मद हनीफ (PUCL) अलवर, राजस्थान
5- शोभिनी बेन पटेल (सामाजिक कार्यकर) , कोडिनार गुजरात
6- लतिका सिसोदिया (दलित लीडर), डूंगरपुर राजस्थान

7- पंकज वसावा (आदिवासी एकता परिषद), नर्मदा जिला
8 – मान सिंह कपिरा (दलित आगेवान), कोडिनार
7- मनीष फलेजा (वागड़ मजदूर किसान संगठन) डूंगरपुर, राजस्थान
8- कांता माली (राजसमंद मजदूर किसान शक्ति संगठन) राजस्थान
9 – शंकर तड़वाले (खेडूत मजदूर चेतना संघ) मध्य प्रदेश
10- उमेश कटारा ( आदिवासी जन अधिकार मंच), डूंगरपुर , राजस्थान
11 – मीर खान – साबर कांठा
12 – हसीना खान (बेबाक कलेक्टिव) मुंबई
13 – स्वप्निल (शुक्ल वकील) , ग्वालियर म. प्र.
14 – मीरा (नेशनल एलायंस फॉर पियोपिल मूवमेंट)
15 – नसीरुद्दीन (जर्नलिस्ट) लखनऊ यूपी
16 – मौलाना मुर्सलीन, अहमदाबाद

17- महेश्वरी मेघवाल (दलित चिंतक)
18 -इकरा (PDPU) , गांधी नगर
19 -प्रोफेसर सार्थक पाकशी, अहमदाबाद यूनिवर्सिटी
20 -एजाज़ शेख मरियम, रिसर्च स्कॉलर IIM अहमदाबाद
21- पुर्षोत्तम वाघेला (वाल्मीकि समाज चिंतक) अहमदाबाद
22 -गयासुद्दीन शेख, विधायक दरियापुर
23 – बदरुद्दीन शेख ,वरिष्ठ पार्षद
24- शाहनवाज़ शेख , पार्षद
25 -इकबाल शेख, पार्षद
26- परबजीत सिंह (सिख प्रतिनिधि मंडल)
27- निशांत भरद्वाज, छात्र नेता अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी
28 -चंदन कुमार, (AISA) जामिया मिलिया इस्लामिया

पिछले दो दिनों तक अहमदाबाद का शाहीन बाग कहे जाने वाले अजित मिल पर प्रतिनिधिमंडलों का तांता लगा रहा। AMUSU के छात्र नेता निशांत भरद्वाज ने अपने संबोधन में बताया “आरएसएस वाले एएमयू को मुस्लिमों की यूनिवर्सिटी कहते हैं। तो मैं बताना चाहूंगा कि उसी मुस्लिम यूनिवर्सिटी ने इस भरद्वाज की छ हज़ार से अधिक वोटों से छात्रसंघ का चुनाव जिताया।”
जामिया के चंदन कुमार ने कहा “अभी थोड़ी देर पहले भाई कलीम ने बताया मदरसे जैसा नाम वाले जामिया का पत्रकारिता विभाग देश की सभी यूनिवर्सिटीज़ में अव्वल है। उसी विभाग का मैं छात्र हूं प्रवेश परीक्षा पास करके दाखिला मिला है मोदी जी की तरह हम डिग्री नहीं लेते।” कुमार ने प्रधानमंत्री मोदी और गृहमंत्री शाह पर झूठ बोलने का आरोप लगते हुए कहा ” मोदीजी कहते हैं छात्र गुमराह हो रहे हैं तो मैं कह देना चाहता हूं हम मेहनत कर के प्रवेश परीक्षा पास कर मास मीडिया की डिग्री जामिया जैसे संस्थान से लेते हैं। पढ़े लिखे लोग हैं गुमराह नहीं हो सकते। गुमराह तो फ़र्ज़ी डिग्री वाले हैं। “
मीरा जो ट्रांसजेंडर हैं, ने अपने संबोधन में कहा ” इस देश की महिलाओं और बच्चों ने हाथ में तिरंगा लेकर यह बता दिया कि अब देश न तो 56 इंच से डरने वाला है न ही 26 इंच की चड्डी से, सरकार को यह काला कानून वापस लेना ही होगा यह महिलाएं भारत माता नहीं भारत की निर्माता हैं।”
अहमदाबाद के शाहीन बाग को समर्थन करने गूँगे-बहरों का एक प्रतिनिधि मंडल भी पहुंचा जिसने इशारों की भाषा में संबोधन कर CAA का विरोध कर एकजुटता दिखाई। ब्लाइंड छात्रों ने आज़ादी और हल्ला बोल के नारे लगाए।
दलित नेता एवं विधायक जिग्नेश मेवानी आज दिल्ली के शाहीन बाग में हैं। जाने से पहले मेवानी ने कहा कि अब शाहीन बाग में सीना चौड़ा कर कहूंगा अहमदाबाद में भी शाहीन बाग है जो दिल्ली के शाहीन बाग के साथ एकजुट है। फिल्म एक्टर एजाज़ खान ने भी सोशल मीडिया पर वीडियो जारी कर अहमदाबाद में चल रहे महिलाओं के इस धरने में उपस्थिति दर्ज कराने की जानकारी दी है। आज अहमदाबाद के शाहीन बाग का आठवां दिन है। CAA कानून के देश भर में विरोध के बीच कल मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई है।
(अहमदाबाद से जनचौक संवाददाता कलीम सिद्दीकी की रिपोर्ट।)
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