Thursday, April 25, 2024

अंधा युग

दुनिया छोड़ जाने के बाद भी सिखाते रहेंगे इब्राहिम अल्काजी

उस समय जबकि नाटक को निचले दर्जे की चीज़ माना जाता था और नाटक करने आए लड़के-लड़कियों को ‘नाचने-गाने वाले’ कहकर दूर हटाया जाता था। उस समय अल्काज़ी आधुनिक हिन्दुस्तानी रंगमंच की नयी फसल पैदा करने की तैयारी में...

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प्रधानमंत्री की भाषा: सोच और मानसिकता का स्तर

धरती पर भाषा और लिपियां सभ्यता के प्राचीन आविष्कारों में से एक है। भाषा का विकास दरअसल सभ्यता का...