कविताएं
संस्कृति-समाज
जयंती पर विशेष: हर तरह का पाखंड बना देवताले की कलम का निशाना
हिंदी साहित्य में साठ के दशक में नई कविता का जो आंदोलन चला, चंद्रकांत देवताले इस आंदोलन के एक प्रमुख कवि थे। गजानन माधव मुक्तिबोध, नागार्जुन, शमशेर बहादुर सिंह, केदारनाथ अग्रवाल जैसे कवियों की परंपरा से वे आते थे।...
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विश्व विरासत दिवस विशेष: क्यों ज़रूरी है विरासतों को बचाना?
विश्व विरासत दिवस हर वर्ष 18 अप्रैल को मनाया है,इस दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य यह है कि...
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