नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने 2014 से 7 दिसंबर 2022 तक करीब 6491.56 करोड़ रुपये विज्ञापन खर्च किए हैं। यह हर साल औसतन 750 करोड़ रुपये है। घंटे के आधार देखें तो 2014 के बाद औसतन प्रति घंटा...
‘बजाज’ के बाद ‘पारले’ ने भी जहरीले न्यूज चैनलों को विज्ञापन न देने का फैसला किया है। पारले इस मुहिम में कुछ और कंपनियों को शामिल करने की कोशिश कर रही है। उम्मीद की जानी चाहिए कि समाज में...