Wednesday, April 24, 2024

Ashish Mishra

लखीमपुर खीरी: लवप्रीत के लिए कुछ आँखें आज भी हर शाम इंतजार करती हैं

“जैसे हम अपने बेटे के लिए तरस रहे हैं, कभी उसके बच्चे भी अपने बाप के लिए तरसेंगे” यह कहना है तीन अक्टूबर को लखीमपुर की घटना में शहीद हुए लवप्रीत की मां का। एक कुर्सी पर बैठी लवप्रीत की...

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स्मृति शेष: सत्यजीत राय- वह जीनियस फ़िल्मकार जिसने पहली फिल्म से इतिहास रचा

सत्यजित राय देश के ऐसे फ़िल्मकार हैं, जिनकी पहली ही फ़िल्म से उन्हें एक दुनियावी शिनाख़्त और बेशुमार शोहरत...