नई दिल्ली। राजधानी के सुरजीत भवन में दो दिनों तक युवाओं और बुद्धिजीवियों का मेला लगा रहा। शनिवार यानि 26 मार्च को वैखरी विचारोत्सव का दूसरा दिन था। जिसमें साहित्य, राजनीति, सिनेमा, मीडिया एवं जेंडर के क्षेत्र में काम...
लपूझन्ना एक उस्ताद के लिए उसके शागिर्द की तरफ़ से लिखी गई खूबसूरत कहानी है। लेखक अपने बचपन की याद अब तक नही भुला सके हैं और उन यादों में लेखक का ख़ास दोस्त भी है। ये वो ख़ास...