Tag: farmers
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माले ने किया बजट को खारिज, कहा-कंपनी राज को बढ़ाने वाले बजट पर सरकार फिर से करे विचार
नई दिल्ली। सीपीआई एमएल ने बजट पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कहा है कि कोविड महामारी के बाद आये मोदी सरकार के पहले बजट में खतरनाक रूप से नीचे गिर रही अर्थव्यवस्था को दुरुस्त करने की दिशा में कोई कोशिश नहीं की गई है। न ही इसमें नौकरियां खो चुके और आय व जीवनयापन के…
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जुझारू तरीके से लड़ा जाए और खूबसूरत तरीके से जीता जाए, नफरत के खिलाफ मुहब्बत की लड़ाई: अरुंधति
(कल पुणे में एलगार परिषद की बैठक आयोजित की गयी थी। जिसमें तमाम बुद्धिजीवियों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, मानवाधिकार कर्मियों के साथ मशहूर लेखिका अरुंधति रॉय ने भी हिस्सा लिया। इस मौक़े पर हिंदी में दिया गया उनका भाषण जिसका अनुवाद रेयाज़ुल हक़ ने किया-संपादक) एलगार परिषद 2021, में अरुंधति रॉय का भाषण मैं 2021 एलगार परिषद…
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किसानों पर मोदी के मुंह खोलने के आखिर क्या हैं मायने?
आज सर्वदलीय बैठक में प्रधानमंत्री ने पहली बार वार्ता के संदर्भ में अपनी जुबान खोला हैः किसानों के सामने अब भी हमारा प्रस्ताव पड़ा हुआ है। हमारे कृषि मंत्री महज एक फोन कॉल पर उपलब्ध हैं। क्या इस बात को दुहराने के पीछे किसानों की वापसी है? तब यह सवाल पूछा जाना चाहिए कि किसान…
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गांधी शहादत दिवस पर देश भर में किसानों ने रखा उपवास
26 जनवरी को ट्रैक्टर परेड के दौरान लालकिला पर हिंसा भले ही दीप सिद्धू की अगुवाई में भाजपा के लोगों ने अंजाम दिया हो लेकिन संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से इसकी नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 73 वीं पुण्यतिथि पर उपवास रखने का एलान किया था। बता दें कि अंग्रेजों के…
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‘सद्भावना दिवस’ के तौर पर मनेगा गांधी का शहादत दिवस, किसान कल रखेंगे अनशन
नई दिल्ली। संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा है कि तीन किसान विरोधी कानूनों के खिलाफ शांतिपूर्ण चल रहे आंदोलन को भाजपा सरकार अब “साम्प्रदायिक” रंग देने की कोशिश कर रही है। सरकार द्वारा जिस तरह से पिछले 3 दिनों से गाजीपुर बॉर्डर और सिंघु बॉर्डर पर माहौल खराब करने के असफल प्रयास किया गया है…
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किसान आंदोलन: आगे का रास्ता
तीन कृषि कानूनों के विरोध में जारी किसान आंदोलन की दो उपलब्धियां स्पष्ट हैं : पहली, लोकतांत्रिक प्रतिरोध के लिए जगह बनाना। दूसरी, निजीकरण-निगमीकरण के दुष्परिणामों के प्रति जागरूकता का विस्तार करना। मौजूदा सरकार के तानाशाही रवैये, अपने विरोधी नागरिकों/संगठनों को बदनाम करने की संगठित मुहिम और निजीकरण-निगमीकरण की दिशा में अंधी दौड़ के मद्देनजर किसान आंदोलन की इन दो उपलब्धियों का…
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दिल्ली से पटना तक चल रही है तानाशाही: दीपंकर भट्टाचार्य
पटना। पुलवामा कांड से जुड़े अर्णब गोस्वामी व्हाट्सएप चैट खुलासे ने स्पष्ट कर दिया है कि मोदी सरकार मीडिया का निहायत गलत इस्तेमाल कर रही है और देश की सुरक्षा तक से खेल रही है। सत्ता और मीडिया के बीच इस प्रकार का बन रहा नापाक रिश्ता लोकतंत्र के लिए बेहद खतरनाक है। एक तरफ…
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संसद में भी गूंजी किसानों की आवाज, विपक्षी दलों ने प्रदर्शन कर राष्ट्रपति अभिभाषण का किया बहिष्कार
मोदी सरकार के नये कृषि कानूनों के विरोध में किसानों के आन्दोलन का आज 65 वां दिन है इस आंदोलन को कुचलने और बदनाम करने की सरकार और गोदी मीडिया के तमाम प्रयासों के बाद भी किसान अपनी मांगों के साथ आंदोलन में डटे हुए है। उधर आज बजट सत्र के पहले दिन विपक्ष ने…