Sunday, October 1, 2023

Hindi Magazine

आलोचना पत्रिका के बहानेः बाजार और जंगल के नियम में कोई फर्क नहीं होता!

पांच दिन पहले ‘आलोचना’ पत्रिका का 62वां (अक्तूबर-दिसंबर 2019) अंक मिला। कोई विशेषांक नहीं, एक सामान्य अंक। आज के काल में जब पत्रिकाओं के विशेषांकों का अर्थ होता है कोरा पिष्टपेषण, एक अधकचरी संपादित किताब, तब किसी भी साहित्यिक...

पंकज बिष्ट के योगदान का मूल्यांकन

पंकज बिष्ट पर यह विशेषांक क्यों?... इस सवाल का जवाब देने से पहले संक्षेप में 'बया’ के पंद्रहवें वर्ष में प्रवेश तक के सफ़र में विशेषांक निकालने को लेकर जो हमारी संपादकीय सोच रही है, उसके बाबत बताना ज़रूरी...

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मणिपुर के चुराचांदपुर से एनआईए ने एक शख्स को किया गिरफ्तार, ‘भारत के खिलाफ युद्ध छेड़ने’ के अभियान में सक्रिय होने का आरोप

नई दिल्ली। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने शनिवार को म्यांमार और बांग्लादेश स्थित आतंकी संगठनों द्वारा मणिपुर में मौजूदा...