Tag: hindutva
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दिमागों का सैन्यीकरण और राष्ट्र का हिन्दुत्वकरण: भविष्य के सैन्य अधिकारियों को हिन्दू वर्चस्ववाद का प्रशिक्षण!
(एक बेहद विवादास्पद निर्णय के तहत प्रधानमंत्री के अगुआई वाली केन्द्र सरकार ने सैनिक स्कूलों को पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप मॉडल के तहत चलाने का निर्णय लिया और जिसके तहत ‘‘67 फीसदी स्कूल संघ परिवार/तथा उससे जुडे़ संगठनों को- जो खुद बहुसंख्यकवादी विचारों के हिमायती है – तथा भाजपा नेताओं और सहयोगियों को सौंपे गए।’ रिपोर्टर्स कलेक्टिव (Reporter’s…
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मोदी की गारंटी: भाजपा की जगह मोदी, लोकतंत्र की जगह तानाशाही
मतदान की शुरुआत होने में जब महज पांच दिन बचे थे तब कहीं जाकर मौजूदा सत्ता पार्टी भाजपा ने अपना “चुनाव घोषणापत्र” जारी किया। उपभोक्ताओं को लुभाने वाली मार्केटिंग की शैली में लिखे चुस्त खोखले संवादों, अनुपलब्धियों और विफलताओं को शब्दजाल में गोल-गोल घुमाकर बनाई गयी भूलभुलैया में छुपाने की भरसक कोशिशों और जनता की…
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देश के सैनिक स्कूल संघ और भाजपा नेताओं के हवाले!
पिछले दो वर्षों में 40 में से 27 सैनिक स्कूल राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, हिंदुत्ववादी संगठनों अथवा भारतीय जनता पार्टी के नेताओं से जुड़े शैक्षणिक संगठनों को संचालन के लिए स्वीकृत किए गए हैं। यह चौंकाने वाला रहस्योद्घाटन रिपोर्टर्स कलेक्टिव (आरसी) के सूचना अधिकार के तहत प्राप्त जानकारी के विश्लेषण से सामने आया है। 2022 से पहले सैनिक स्कूल केंद्र और राज्य सरकारें…
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हिन्दुत्ववादी फासीवादी सांस्कृतिक हमला सीधे जनता की चेतना पर हमला है
मशहूर ब्लैक फिल्ममेकर हेली गरिमा (Haile Gerima) ने एक बार महिलाओं पर हो रहे साम्राज्यवादी सांस्कृतिक आक्रमण के बारे में कहा था कि महिलाएं, विशेषकर युवा महिलाएं अपने जीवन में अनगिनत ‘सांस्कृतिक बूबी ट्रैप’ (सुन्दरता का साम्राज्यवादी पैमाना) से होकर गुजरती हैं और इस प्रक्रिया में उनके व्यक्तित्व के परखच्चे उड़ते रहते हैं और उन्हें…
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राम के बहाने हिंदुत्व की राज-प्रतिष्ठा
सारे अनुमानों, सम्भावनाओं और कुछ धर्मप्राण जनों की उम्मीदों पर लोटा भर ठण्डा पानी डालते हुए अंततः 22 जनवरी के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह की जजमानी का भार खुद मोदी जी ने ही धारण करते हुए इस आयोजन को सचमुच में उस गत; चुनावी राजनीति की दुर्गत- में पहुंचा ही दिया जिसके लिए देश की जनता की…
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फासीवाद और हिंदुत्व
देश आज एक महत्वपूर्ण समय से गुज़र रहा है। वह एक ऐसे दोराहे पर खड़ा है जिसके एक तरफ आज़ादी और दूसरी तरफ हिंदू श्रेष्ठता से उपजी तानाशाही है। इस काल को मोदी सरकार ने ‘आज़ादी का अमृतकाल’ नाम दिया है। लेकिन वास्तव में, इस काल में भारतीय संविधान द्वारा प्रदत्त आज़ादी और धर्मनिरपेक्षता आज…
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क्या हिंदुत्व ने जातिगत अस्मिता केन्द्रित राजनीतिक गोलबंदी को निगल लिया है?
मैं पिछले लगभग एक माह से मध्य प्रदेश में आम जनता के बीच घूमकर लगातार संवाद कर रहा हूँ। मेरे संवाद का मुख्य उद्देश्य यह समझना है कि आखिर 2024 के आम चुनाव को लेकर वे क्या सोचते हैं? हाल ही में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा की सत्ता में वापसी उनकी अपनी समझ…
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राम मंदिर उद्घाटन में शामिल नहीं होगा हिंदू महासभा, बीजेपी प्रायोजित कार्यक्रम से कई संगठनों ने किया किनारा
नई दिल्ली। राम मंदिर उद्घाटन समारोह में आमंत्रित अतिथियों की सूची में किसका नाम शामिल है और किसका नहीं, इसको लेकर मीडिया और सोशल मीडिया पर लंबे समय से बहस छिड़ी है। राम मंदिर के निर्माण की देखरेख करने वाले ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने भाजपा के वरिष्ठ नेताओं लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर…
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बैंकॉक जाकर जागे, हिन्दू छोड़ आर्य को धावे
हिन्दू धर्म की धार्मिक परंपराओं में से एक यह भी है कि जब किसी तीर्थ स्थल पर जाया जाता है, या किसी को गुरु बनाया जाता है तब किसी एक वस्तु का त्याग कर दिया जाता है। जैसे जो भी गंगा नहाने जाते है वे कुछ न कुछ हमेशा के लिए छोड़ने का संकल्प लेकर आते…
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क्या भारतीय फासीवाद की जड़ें यहां के पूर्व आधुनिक समाज में निहित हैं?
भाजपा लगातार दो आम चुनाव में भारी बहुमत से जीतकर सत्ता में आई तथा देश में जब संघ परिवार का हिन्दुत्व का एजेंडा लागू किया जाने लगा, तब ढेरों समाजशास्त्रियों, लेखकों और अनेक दलों ने इसे बिलकुल द्वितीय महायुद्ध के आसपास जर्मनी, इटली और स्पेन की तरह का फासीवाद-नाजीवाद बतलाया। नस्ल और जाति की शुद्धता…