“हुजूर! टमाटर की खेती ने हमें बर्बाद कर दिया…” खेतों में लहलहाती उम्मीदें, मंडियों में बिखरते किसानों के सपने-ग्राउंड रिपोर्ट
” हुजूर…! मैं एक मामूली किसान हूं। रेहन की ज़मीन लेकर दो बीघा में टमाटर उगाए, दो लाख रुपये खर्च किए, लेकिन लागत तक नहीं [more…]