Tag: judiciary

  • सीएए के विरुद्ध शांतिपूर्ण आन्दोलन को संवैधानिक मान रही है न्यायपालिका

    सीएए के विरुद्ध शांतिपूर्ण आन्दोलन को संवैधानिक मान रही है न्यायपालिका

    उच्चतम न्यायालय के पिछले दिनों राष्ट्रवादी मोड़ में कई संवैधानिक और क़ानूनी मसले पर फैसला दिए जाने का असर दिखने लगा है। दरअसल पिछले तीन चीफ जस्टिस के कार्यकाल में उच्चतम न्यायालय के कंधे का इस्तेमाल करके केंद्र सरकार अपने एजेंडे को लागू करने में सफल रही है, चाहे वह सीबीआई का विवाद हो, कश्मीर…

  • चीन्ह-चीन्ह के कार्रवाई क्यों कर रही न्यायपालिका!

    चीन्ह-चीन्ह के कार्रवाई क्यों कर रही न्यायपालिका!

    मेडिकल प्रवेश घोटाले में जिस तरह निवर्तमान चीफ जस्टिस की पूर्ववर्ती मंजूरी के आधार पर इलाहाबाद हाईकोर्ट के एक सिटिंग जज जस्टिस श्रीनारायण शुक्ला एवं अन्य के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम की विभिन्न धाराओं में सीबीआई ने एफआईआर दर्ज की है, उसे देखते हुए कहा जा सकता है कि अब समय आ गया है, जब न्यायपालिका…

  • न्याय होते हुए दिखना भी चाहिए योर ऑनर!

    न्याय होते हुए दिखना भी चाहिए योर ऑनर!

    ऐसा प्रतीत हो रहा है कि देश की न्यायपालिका शनि की साढ़ेसाती से प्रभावित है। एक के बाद एक कई चीफ जस्टिस आए और गए, लेकिन न्यायपालिका की छवि सुधरने के बजाय और धूमिल होती चली गई।  2019 में एक के बाद एक आए फैसलों से न्यायपालिका जनता की नजरों में अपनी छवि नहीं सुधार पाई। कहा…

  • जनता के नाम खुला पत्रः चरवाहे से नाराज भेड़ों ने कसाई को चुन लिया

    जनता के नाम खुला पत्रः चरवाहे से नाराज भेड़ों ने कसाई को चुन लिया

    प्यारे देश वासियों। आप सभी स्वस्थ और खुश होंगे ऐसी कामना करता हूं, लेकिन अफसोस आप न स्वस्थ हो और न खुश, क्योंकि भारत बीमार लोगों का घर बनता जा रहा है। बीमार आदमी खुश रह ही नहीं सकता है। ज्यादा मुनाफा कमाने के लिए किसान से लेकर उद्योगपति तक सब प्रकृति से इतनी छेड़छाड़ करते…

  • ‘वकील और जज आएंगे-जाएंगे लेकिन बेंच और बार के बीच सौहार्द बना रहना चाहिए’

    ‘वकील और जज आएंगे-जाएंगे लेकिन बेंच और बार के बीच सौहार्द बना रहना चाहिए’

    उच्चतम न्यायालय में आये दिन अवमानना की धौंस देकर वरिष्ठ वकीलों को चुप कराने की बढ़ती प्रवृत्ति पर वरिष्ठ वकीलों को पहल करनी पड़ी। ताजा मामला न्यायमूर्ति अरुण मिश्रा द्वारा भूमि अधिग्रहण मामलों की सुनवाई के दौरान वरिष्ठ अधिवक्ता गोपाल शंकरनारायणन को अवमानना की धमकी दिए जाने का था।   इसके बाद बार के वरिष्ठ…

  • न्यायपालिका पर मंडराता खतरा उसकी अपनी पहचान का संकट है!

    न्यायपालिका पर मंडराता खतरा उसकी अपनी पहचान का संकट है!

    सेवानिवृत्ति के दो दिन पहले अनायास ही, बिना किसी आधार के, पी चिदंबरम को आईएनएक्स मीडिया मामले में घूसख़ोरी और रुपयों की हेरा-फेरी का प्रमुख अपराधी घोषित करने वाले दिल्ली हाईकोर्ट के जज सुनील गौड़ ने कल खुद सरकार से घूस के तौर पर एक अपीलेट ट्राइबुनल के अध्यक्ष का पद लिया है। चिदंबरम मामले…