Tag: laborers

  • गुजराती वीआईपी, यूपी-बिहारी ढोर-डंगर!

    गुजराती वीआईपी, यूपी-बिहारी ढोर-डंगर!

    क्या आप जानते हैं कि देश की एकता और अखंडता को लेकर जितना उत्तर प्रदेश और बिहार की जनता जागरूक रहती है, उतना देश के किसी अन्य प्रदेश की नहीं। देश को सबसे ज्यादा सांसद भी यूपी-बिहार से आते हैं। केंद्र में सरकार बनाने के लिए भी किसी भी पार्टी या गठबंधन को यूपी-बिहार जीतना…

  • वोट तो चाहिए, लेकिन मजदूर नहीं

    वोट तो चाहिए, लेकिन मजदूर नहीं

    वाराणसी जिले में असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले श्रमिकों की संख्या लाखों में है। इसमें घरेलू कामगार, निर्माण मजदूर, रिक्शा चालक, पटरी दुकानदार, हैंडलूम और पॉवरलूम के मजदूर, कारपेंटर, चमड़ा का काम करने वाले श्रमिक इत्यादि शामिल हैं। इसी तरह लगभग 4000 के करीब ऐसे श्रमिक हैं जो बेघर हैं और फुटपाथ पर गुजर…

  • दिल्ली चुनाव में बेघरों का मुद्दा क्यों नहीं

    दिल्ली चुनाव में बेघरों का मुद्दा क्यों नहीं

    जनवरी जाने को है। देश भर में बारिश के बाद ठंड वापस अपनी रंगत पर है। जमीन गीली, आसमान गीला, हवाएं गीली। एक गीली ठंडी सुबह मैं दिल्ली के चक्कर लगाता हूं। कनॉट प्लेस सेंट्रल पार्क, जंतर मंतर, मंडी हाउस, जामिया के पास, प्रेस क्लब ऑफ इंडिया के पास फुटपाथ पर, तिलक ब्रिज, साहिबाबाद के…

  • ग्राउंड रिपोर्टः एनआरसी मुसलमानों से ज्यादा दलितों-गरीबों के खिलाफ

    ग्राउंड रिपोर्टः एनआरसी मुसलमानों से ज्यादा दलितों-गरीबों के खिलाफ

    फैजाबाद जिले की तहसील रुदौली का एक गांव है बिबियापुर। यह गांव फैजाबाद और राजधानी लखनऊ के ठीक बीच में पड़ता है। लखनऊ-फैजाबाद रोड से तकरीबन पांच किलोमीटर अंदर। यह गांव मिश्रित आबादी वाला है। मुसलमानों के साथ ही यहां बड़ी संख्या में हिंदू दलित और पिछड़ी जाति के लोग रहते हैं। इन सभी का…

  • भगत सिंह का भारत चाहिए या माफीवीर सावरकर का, नौजवानों को करना होगा फैसला

    भगत सिंह का भारत चाहिए या माफीवीर सावरकर का, नौजवानों को करना होगा फैसला

    देश के नौजवानों के नाम खुला पत्र प्यारे नौजवान साथियों,आज हमारा प्यारा मुल्क बहुत ही नाजुक दौर से गुजर रहा है। पूरे देश में अफरा-तफरी का माहौल बना हुआ है। एक चिंगारी से पूरा मुल्क जलने के लिए तैयार बैठा है। देश का बहुसंख्यक हिंदू, अल्पसंख्यक मुस्लिम को शक की नजर से देख रहा है।…