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बीच बहस
आखिर क्यों हो रहा है पूर्व राष्ट्रपति का प्रशस्ति गान?
(पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी गुजर गए। वे भारतीय राजनीति पर बहुत ही गहरी लकीर खींचने वालों में से एक हैं। प्रणब मुखर्जी 1973 में इंदिरा गांधी के कैबिनेट में शामिल किए जाते हैं। 1973 में रिलायंस इंडस्ट्रीज की स्थापना...
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लोकतंत्र का संकट राज्य व्यवस्था और लोकतंत्र का मर्दवादी रुझान
आम चुनावों की शुरुआत हो चुकी है, और सुप्रीम कोर्ट में मतगणना से सम्बंधित विधियों की सुनवाई जारी है, जबकि 'परिवारवाद' राजनीतिक चर्चाओं में छाया हुआ है। परिवार और समाज में महिलाओं की स्थिति, व्यवस्था और लोकतंत्र पर पितृसत्ता के प्रभाव, और देश में मदर्दवादी रुझानों की समीक्षा की गई है। लेखक का आह्वान है कि सभ्यता का सही मूल्यांकन करने के लिए संवेदनशीलता से समस्याओं को हल करना जरूरी है।
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