Thursday, March 28, 2024

maharashtra

महाराष्ट्र: पवार के पावर का कमाल! एकनाथ खड़से के रूप में भाजपा का एक स्तंभ ढहा

महाराष्ट्र में भाजपा के बड़े नेता एकनाथ खड़से ने भाजपा से इस्तीफा दे दिया है। ख़बर है कि वो बेटी रक्षा खड़से के साथ एनसीपी में शामिल हो सकते हैं, जहां उन्हें विधान परिषद के रास्ते कृषि मंत्री के...

भगत सिंह कोशियारी ने किया शहीद भगत सिंह का अपमान!

महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोशियारी ने जो किया, यह कोई पहली बार नहीं हुआ है। गटर जब गंदगी से लबालब भर जाए तो तिलचट्टे बाहर आ ही जाते हैं। आधुनिकता विरोधी जिहालत पहले भी धर्म-निरपेक्षता को बीच चौराहे...

बेशर्मी और निर्लज्जता की हदें पार करते महामहिम!

संवैधानिक पदों पर बैठे लोगों ने भी अब शर्म और हया के सारे पर्दों को उतार कर फेंक दिया है। ताजा मामला महाराष्ट्र के गवर्नर की कुर्सी पर बैठे भगत सिंह कोश्यारी का है। वह एक सीधा-सीधा संवैधानिक पद...

‘डेथ वारंट’ के खिलाफ आर-पार की लड़ाई के मूड में हैं किसान

आख़िरकार व्यापक विरोध के बीच कृषक उपज व्यापार एवं वाणिज्य (संवर्धन एवं सुगमीकरण) विधेयक, 2020 एवं मूल्य आश्वासन एवं कृषि सेवा विधेयक, 2020 पर कृषक (सशक्तीकरण एवं संरक्षण) करार आखिरकार रविवार 20 सितंबर, 2020 के दिन राज्य सभा द्वारा...

पुण्यतिथिः महाराष्ट्रियन सांस्कृतिक चेतना के चितेरे थे अमर शेख

अमर शेख एक आंदोलनकारी लोक शाहीर थे। वे जन आंदोलनों की उपज थे। यही वजह है कि अपनी जिंदगी के आखिरी समय तक वे आंदोलनकारी रहे। देश की आजादी के साथ-साथ ‘संयुक्त महाराष्ट्र आंदोलन’ और ‘गोवा मुक्ति आंदोलन’ में...

अन्ना भाऊ ने साहित्य को बनाया दलितों की लड़ाई का हथियार

सन 2020 दलित इतिहास के समृद्ध पुरालेख के लिए याद किया जाएगा। यह साल भारत की शक्तिशाली आवाज रहे तुकाराम भाऊराव उर्फ अन्ना भाऊ साठे का शताब्दी वर्ष है। अपने तरह की एक साहित्यिक खोज अन्ना भाऊ जो दलित...

दलित: मौत के बाद भी अपमान का अन्त नहीं !

क्या कोई जानता है 21 वीं सदी की शुरुआत में चकवारा के दलितों के एक अहम संघर्ष को। याद है जयपुर से बमुश्किल पचास किलोमीटर दूर चकवारा के दलितों ने गांव के सार्वजनिक तालाब पर समान हक पाने के...

‘मानवाधिकार कार्यकर्ताओं की हत्या पर आमादा है सरकार’

यह सरकार हमारे समाज के कुछ सबसे बेहतरीन, मेधावी और जनता के पक्ष में खड़े लोगों की हत्या करने पर आमादा है! प्रसिद्ध मानवाधिकार कार्यकर्ता गौतम नवलखा की पार्टनर सहबा हुसैन की ओर से फ़िल्मकार आनन्द पटवर्धन को लिखा यह...

सरकार भीमा कोरेगांव मामले में गिरफ्तार कार्यकर्ताओं की हिरासत खत्म कर उन्हें तत्काल रिहा करे: एमनेस्टी इंटरनेशनल

नई दिल्ली। भीमा कोरेगाँव गिरफ्तारियों की दूसरी वर्षगांठ पर, भारत सरकार को 11 मानवाधिकार कार्यकर्ताओं को मामले की सुनवाई होने तक, रिहा करने पर विचार करना चाहिए और यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि उनकी स्वास्थ्य और सुरक्षा को...

आवाज़ उठाइए, कहीं देर न हो जाए!

वे ग्यारह हैं। आज से ठीक दो साल पहले इनमें से पाँच को गिरफ्तार किया गया। बाद में छह और गिरफ्तार हुए। इनमें से कोई अपनी भाषा के सबसे बड़े कवियों में से आता है, कोई भारत सरकार की प्रतिष्ठित फेलोशिप...

Latest News

ग्रेट निकोबार द्वीप की प्राचीन जनजातियों के अस्तित्व पर संकट, द्वीप को सैन्य और व्यापार केंद्र में बदलने की योजना

आज दुनिया भर में सरकारें और कॉर्पोरेट मुनाफ़े की होड़ में सदियों पुराने जंगलों को नष्ट कर रही हैं,...