Friday, April 19, 2024

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शरीर से 90 फीसद विकलांग और कई गंभीर बीमारियों के शिकार प्रो.साई बाबा की जमानत याचिका ख़ारिज

बम्बई उच्च न्यायालय की नागपुर पीठ ने माओवादियों के साथ संबंधों के लिए एक कारागार में आजीवन कारावास की सजा काट रहे दिल्ली विश्वविद्यालय के पूर्व प्रोफेसर जी एन साईबाबा की जमानत याचिका मंगलवार को खारिज कर दी।साईबाबा ने...

झारखंड की आदिवासी-मूलवासी जनता पर पुलिसिया जुल्म की दास्तान

झारखंड में दिसंबर 2019 में सरकार बदल गयी। ब्राह्मणवादी हिन्दुत्व फासीवादी भाजपा नीत राजग (भाजपा-आजसू) की जगह पर झामुमो नीत महागठबंधन (झामुमो-कांग्रेस-राजद) सत्ता में आ गयी। भाजपा के गैर-आदिवासी मुख्यमंत्री रघुवर दास की जगह पर झामुमो के आदिवासी मुख्यमंत्री...

गौतम नवलखा के बारे में आप क्या जानते हैं?

मैं उनके बारे में इलाहाबाद विश्वविद्यालय में जब पढ़ रहा था 80 के दशक में तब जान सका था। हिंदी में साँचा नामक एक पत्रिका उन्होंने शुरू की थी दिल्ली से। हिंदी के पाठकों के लिए वह पत्रिका किसी...

संस्कृतिकर्मियों को सत्ताविरोधी ही नहीं बल्कि व्यवस्थाविरोधी भी होना होगाः सुंदर मरांडी

आज झारखंड में महागठबंधन (झारखंड मुक्ति मोर्चा-कांग्रेस-राजद) की सरकार है और झामुमो के हेमंत सोरेन झारखंड के मुख्यमंत्री हैं। हेमंत सोरेन लगातार आदिवासी सभ्यता-संस्कृति की हिफाजत की बात कर रहे हैं  और स्थानीय भाषाओं को भी बढ़ावा देने की...

विपक्ष के नेता सरकार में आ गए लेकिन डोली मजदूर मोतीलाल बास्के के परिवार को नहीं मिला इंसाफ

“मेरे पति की हत्या नौ जून 2017 को सीआरपीएफ कोबरा ने 11 गोली मारकर कर दी और उन्हें एक दुर्दांत माओवादी घोषित कर दिया। जबकि वे पारसनाथ पर्वत पर चावल-दाल की छोटा सी दूकान चलाते थे और जैन धर्मावलंबियों...

झारखंड के सिंहभूम में माओवादी बताकर हिरासत में लिये गये युवक को ग्रामीणों ने थाने से छुड़ाया

रांची। आदिवासी बहुल राज्यों में भाकपा (माओवादी) के खिलाफ सीआरपीएफ व राज्य पुलिस का संयुक्त अभियान चलता ही रहता है और इस दौरान आम आदिवासियों को माओवादी बताकर हिरासत में लेना और फिर माओवादी घटना में शामिल बताकर जेल भेजना भी आम...

जमानत पर छूटे पत्रकार ने कहा, सरकार की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ लिखना सबसे बड़ा जुर्म!

जुझारू, निर्भीक और स्वतंत्र पत्रकार रूपेश कुमार सिंह को पिछली चार जून 2019 को अपहरण के बाद छह जून को गिरफ्तारी दिखाकर छ: महीने तक जेल में रखा गया। रूपेश कुमार सिंह का अपराध बस इतना ही था कि...

अमिता-मनीष की गिरफ्तारी पर उठे सवाल, लोगों ने पूछा-आतंकवाद की आरोपी संसद में और मानवाधिकावादियों को जेल

लखनऊ। लखनऊ में सामाजिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक संगठनों के कार्यकर्ताओं ने रिहाई मंच कार्यालय पर बैठक करके एक स्वर में भोपाल से अमिता और मनीष श्रीवास्तव की गिरफ्तारी को अवैध बताते हुए रिहाई की मांग की। बैठक में इलाहाबाद से आईं सीमा...

माओवादी होना कोई अपराध नहीं: केरल हाईकोर्ट

नई दिल्ली। केरल उच्च न्यायालय की दो सदस्यीय खंडपीठ ने यह निर्णय दिया है कि माओवादी होना कोई अपने आप में अपराध नहीं है और माओवादी होने के आधार पर अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और निजता के अधिकार का हनन नहीं किया...

झूठी है मनीष और अमिता की गिरफ्तारी के पीछे की पुलिस की कहानी!

(लेखिका और एक्टिविस्ट सीमा आजाद ने पुलिस द्वारा भोपाल में की गयी दो गिरफ्तारियों के बारे में बताया है। गिरफ्तार किए गए मनीष श्रीवास्तव और अमिता श्रीवास्तव पति-पत्नी हैं और सीमा आजाद के भाई और भाभी हैं। आजाद ने...

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AIPF (रेडिकल) ने जारी किया एजेण्डा लोकसभा चुनाव 2024 घोषणा पत्र

लखनऊ में आइपीएफ द्वारा जारी घोषणा पत्र के अनुसार, भाजपा सरकार के राज में भारत की विविधता और लोकतांत्रिक मूल्यों पर हमला हुआ है और कोर्पोरेट घरानों का मुनाफा बढ़ा है। घोषणा पत्र में भाजपा के विकल्प के रूप में विभिन्न जन मुद्दों और सामाजिक, आर्थिक नीतियों पर बल दिया गया है और लोकसभा चुनाव में इसे पराजित करने पर जोर दिया गया है।