इलाहाबाद। “जनपत्रिकाएं तब सुरक्षित होती हैं जब जनान्दोलन होता है। दोनों के बीच गहरा अंतर्संबंध है। जनपत्रिकाएं आन्दोलन पर जीती हैं और जनान्दोलन इन्हीं जनपत्रिकाओं से आगे बढ़ते हैं।” उपरोक्त बातें पत्रकार संपादक लेखक सीमा आज़ाद ने दस्तक के 100-101 वें...
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