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ज़रूरी ख़बर

जब तहज़ीब की पेशानी राख होने लगे- एक अदबी इंक़लाब की पुकार

विरोध एक हक़ है, और हक़ अदा करना इबादत है। मगर जब इबादत में हुजूम का शोर घुल जाए, और हक़ की सदा में आग [more…]