माननीय प्रधानमंत्री जी,
तमाम राजनैतिक-वैचारिक विरोधों के बावजूद जब आप कुछ बोलने के लिए खड़े होते हैं तो एक जिम्मेवार नागरिक होने के नाते यथासम्भव आपकी...
एक बार फिर देश के 726 प्रगतिशील बुद्धिजीवियों (कलाकारों, शिक्षाविदों, नाटककारों) ने भारतीय सत्ता को एक पत्र लिख कर चेताया है कि उसके द्वारा नागरिकता संशोधन बिल (कैब) जो अब कानून बन चुका है, भारतीय संविधान की मूल भावना...