9 मई को अपने बाबा की लाश लेकर शृंग्वेरपुर घाट गये जितेंद्र तिवारी वहीं दफ़न हजारों लाशें देखकर पहली बार चौंके…
ramnami
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9 मई को अपने बाबा की लाश लेकर शृंग्वेरपुर घाट गये जितेंद्र तिवारी वहीं दफ़न हजारों लाशें देखकर पहली बार चौंके…