यह पहली बार हुआ है कि देश के प्रधानमंत्री के स्वतंत्रता दिवस उद्बोधन को किसी गंभीर चर्चा के योग्य नहीं समझा गया। यहाँ तक कि आदरणीय मोदी जी के प्रशस्तिगान हेतु लालायित सरकार समर्थक मीडिया ने भी स्वयं को...
“एक बार कलेक्टर एक गांव में गए, वहां पर एक कुआं तीन साल से आधा खुदा पड़ा था, और लगभग 45 लोगों को उसकी मजदूरी नहीं मिली थी। जब कलेक्टर गए तो पूछा कि क्या समस्या है, लोगों ने...
असम में दो से अधिक बच्चों के माता-पिता को सरकारी योजनाओं के लाभ से वंचित किया जा सकता है। मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने शनिवार को कहा कि असम सरकार राज्य की योजनाओं में लाभ लेने के लिए चरणबद्ध...
अपने सुना होगा कि सुबह का भूला शाम को घर लौट आता है तो उसे भूला नहीं कहते लेकिन हमारे देश की वित्त मंत्री जी शाम को भूल गयी थीं पर अगले दिन वापस लौट आयीं! मोदी सरकार ने...