वेलेंटाइन डे पर विशेष: प्रेम और विद्रोह के अंतर्विरोध
ये इश्क नहीं आसां इतना तो समझ लीजै। इक आग का दरिया है और डूब के जाना है।। जिगर मुरादाबादी ने यह शेर न जाने [more…]
ये इश्क नहीं आसां इतना तो समझ लीजै। इक आग का दरिया है और डूब के जाना है।। जिगर मुरादाबादी ने यह शेर न जाने [more…]