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सफ़ूरा महज नाम नहीं, अब एक मिसाल है
जम्मू में जन्मी और दिल्ली में पली-बढ़ी, जामिया मिलिया से सोशियोलॉजी में एमफिल कर रही व साथ ही जामिया कोऑर्डिनेशन कमेटी (जेसीसी) की मीडिया संयोजक सफ़ूरा ज़रगर का जामिया से जेल तक संघर्ष भरी दास्तां अब इतिहास के सुनहरे पन्नों का हिस्सा बन चुकी है। सलाम सफूरा के साहस और हिम्मत को जिसने निरंकुश सत्ता…
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देविंदर सिंह को जमानत: महज दिल्ली पुलिस की लापरवाही का मामला नहीं
जम्मू एवं कश्मीर पुलिस के डीएसपी, देविंदर सिंह को दिल्ली पुलिस के द्वारा सीआरपीसी की तय की गयी अवधि के भीतर आरोपपत्र (चार्जशीट) अदालत में दाखिल न करने के कारण, जमानत पर छोड़ दिया गया है। अदालत ने अभियुक्त देविंदर सिंह की ज्यूडिशियल कस्टडी रिमांड, 16 जून 2020 तक के लिए बढ़ा दी थी। उसे श्रीनगर…
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एंटी सीएए एक्टिविस्टों की गिरफ्तारी के खिलाफ देशव्यापी प्रतिरोध; प्रदर्शन और धरना देकर लोगों ने दिखायी एकजुटता
नई दिल्ली। देशभर में आज एंटी सीएए एक्टिस्टों की गिरफ्तारी और उनके उत्पीड़न के खिलाफ विरोध दिवस मनाया जा रहा है। इस मौके पर देश के अलग-अलग हिस्सों में अलग-अलग तरीके से विरोध- प्रदर्शन हो रहा है। लखनऊ और वाराणसी में वाम-जनवादी संगठनों से जुड़े लोगों ने प्लेकार्ड लेकर अपने घरों में विरोध दर्ज किया।…
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वाम, दलित-मुस्लिम आवाज़ों के दमन में लगी है सरकार!
बहुजन नायक लालू प्रसाद यादव का इलाज कर रहे डॉक्टर के वॉर्ड में एक मरीज के कोविड-19 संक्रमित पाए जाने के बाद उनका इलाज कर रहे डॉक्टर उमेश प्रसाद और 22 सहयोगियों की कोविड-19 जांच हुई है। रिपोर्ट का प्रतीक्षा है। जबकि डॉ. उमेश ने खुद को क्वारंटाइन कर लिया है। ऐसे में लालू प्रसाद…
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उत्तर-पूर्वी दिल्ली दंगों का षड्यंत्र भी उमर ख़ालिद और जामिया एक्टिविस्टों के मत्थे, दर्ज किया यूएपीए के तहत मुकदमा
नई दिल्ली। जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र नेता उमर ख़ालिद के ख़िलाफ़ दिल्ली पुलिस ने यूएपीए के तहत मुक़दमा दर्ज किया है। इसके अलावा उत्तर-पूर्वी दिल्ली में दंगों के षड्यंत्र में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार जामिया के छात्र और छात्र जनता दल के सदस्य मीरान हैदर तथा जामिया कोआर्डिनेशन कमेटी की…
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जमानत पर छूटे पत्रकार ने कहा, सरकार की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ लिखना सबसे बड़ा जुर्म!
जुझारू, निर्भीक और स्वतंत्र पत्रकार रूपेश कुमार सिंह को पिछली चार जून 2019 को अपहरण के बाद छह जून को गिरफ्तारी दिखाकर छ: महीने तक जेल में रखा गया। रूपेश कुमार सिंह का अपराध बस इतना ही था कि वे सरकार की जन विरोधी नीतियों का विरोध अपने धारदार लेखन के माध्यम से किया करते…