रांची। “भाजपा की नफरत और झूठ की राजनीति तथा झारखंड को “लूटखंड” बनाने की कोशिशों के खिलाफ जनता ने एकजुट होकर करारा जवाब दिया है। जनता ने निर्णायक बहुमत देकर इंडिया गठबंधन की सरकार बनाई है।”
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) के राष्ट्रीय महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने महेंद्र सिंह भवन माले का प्रदेश कार्यालय रांची में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा।
उन्होंने आगे कहा “हम अपनी पार्टी की ओर से सरकार को शुभकामनाएं देते हैं। पिछली बार सरकार को अस्थिर करने की कोशिश की गई थी, लेकिन इस बार केंद्र सरकार को झारखंड सरकार का सम्मान करना चाहिए। झारखंड को उसका हक और सम्मान मिलना ही चाहिए। इंडिया गठबंधन ने झारखंड के साथ जो वादे किए हैं, हमें उम्मीद है कि वे पूरे किए जाएंगे।”
कामरेड दीपांकर ने कहा कि “लंबे समय बाद हमारी पार्टी ने धनबाद से दो सीटें जीती हैं। हालांकि, बगोदर जैसी सीट, जहां 1990 से लगातार जीत होती आई थी (सिर्फ 2014 को छोड़कर), वहां इस बार हार का सामना करना पड़ा। एवं धनवार से भी हार का सामना करना पड़ा है। हमारी पार्टी जनता के मुद्दों को और मजबूती से उठाएगी। विनोद सिंह एवं राजकुमार यादव की कमी झारखंड को खलेगी, लेकिन उनके अनुभवों और पार्टी की सांगठनिक शैली का लाभ आगे भी उठाया जाएगा। हम झारखंड के हक और न्याय के मुद्दों पर अपनी आवाज बुलंद करते रहेंगे।”
उन्होंने कहा कि “भाजपा का प्रभाव छोटानागपुर और पलामू प्रमंडल के साथ-साथ झारखंड के बड़े शहरों में बना हुआ है। इसलिए, नफरत और झूठ के प्रचार को कमजोर करना तथा समाज में एकता बनाए रखना हमारी प्राथमिकता होगी। भाजपा को वैचारिक रूप से भी पीछे धकेलने की जरूरत है और हमारी पार्टी इस दिशा में लगातार प्रयासरत रहेगी।”
दीपांकर भट्टाचार्य ने बताया कि “हाल ही में भाकपा (माले) और मासस के बीच एकता हुई है।”
उन्होंने कहा कि “हमारी पार्टी अब राज्य सम्मेलन की ओर बढ़ रही है। 2025 हमारे लिए महत्वपूर्ण वर्ष होगा, क्योंकि इस साल महेंद्र सिंह और गुरुदास चटर्जी की शहादत के 25 वर्ष, बिरसा मुंडा की जयंती के 150 वर्ष और झारखंड के 25 वर्ष पूरे हो जाएंगे। यह वामपंथी आंदोलन के लिए प्रेरणा लेकर संघर्ष तेज करने का समय होगा।”
उन्होंने घोषणा की कि “26 नवंबर को संविधान दिवस और 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के अवसर पर देशभर में संविधान जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। हम सामूहिक रूप से संविधान का पाठ करेंगे और पूरे देश में तिरंगा मार्च का आयोजन करेंगे।”
अडानी पर अमेरिका में जारी जांच का जिक्र करते हुए भट्टाचार्य ने कहा कि “जो घोटाला भारत में हुआ, उस पर कार्रवाई अमेरिका में हो रही है। भारत सरकार की उदासीनता का खामियाजा देश की आम जनता को उठाना पड़ रहा है। बिजली की कीमतें बढ़ाई जा रही हैं और इसका बोझ आम जनता पर पड़ रहा है। शेयर बाजार में गिरावट का प्रभाव छोटे निवेशकों पर पड़ता है। हमारी पार्टी इन मुद्दों को लेकर जनता के बीच जाएगी।”
उन्होंने आगे कहा कि “बाबरी मस्जिद विध्वंस असंवैधानिक और अपराध था। 1991 के पूजा स्थल कानून के अनुसार, किसी भी धार्मिक स्थल की स्थिति में बदलाव नहीं किया जा सकता। बावजूद इसके, अदालत से सर्वे के आदेश दिए जा रहे हैं। ऐसे मामलों से देश में सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने की कोशिश हो रही है। हमारी पार्टी न्यायप्रिय नागरिकों से अपील करती है कि वे ऐसी विभाजनकारी कोशिशों का विरोध करें।”
सरकार में शामिल होने के सवाल पर महासचिव ने कहा कि “हम सरकार में शामिल नहीं होंगे। हमारे विधायक विधानसभा के अंदर और बाहर जनता के मुद्दों पर संघर्ष करते रहेंगे। हम सरकार को सही मुद्दों पर पूरा सहयोग देंगे, लेकिन नफरत और झूठ के खिलाफ जनता को संगठित करना हमारी प्राथमिकता है।”
दीपांकर भट्टाचार्य के साथ माले के राज्य सचिव मनोज भक्त भी प्रेस कॉन्फ्रेंस में उपस्थित थे।
(प्रेस विज्ञप्ति)
+ There are no comments
Add yours