पिछले 17 मार्च को नागपुर हिंसा के दंश से लोग अभी उभर भी नहीं पाए थे जिसमें बड़ी क्षति हुई थी। जिसकी भरपाई के लिए सरकार ने 71 लोगों को चिन्हित किया और बलवाइयों पर बुलडोजर की कार्रवाई भी शुरू हुई जबकि सुप्रीम कोर्ट इसे संविधान विरोधी करार दे चुका है। अब सूत्र बता रहे हैं इस घटना के पीछे बांग्लादेश का हाथ है। हालांकि लोग इसे कुछ लोगों की पथराव बाजी और गाली-गलौच से उपजा आक्रोश मान रहे हैं।
जैसा कि नागपुर हिंसा में देवेन्द्र फडणवीस का बयान आया था कि तोड़-फ़ोड़ में हुए नुकसान की वसूली प्रदर्शनकारियों से की जाएगी। क्या यही फार्मूला द यूनिकांटीनेंटल आफिस में हुए नुकसान हेतु लागू किया जाएगा तथा पकड़े गए शिव सैनिकों से वसूली की जाएगी।
ताजा मामला महाराष्ट्र से कॉमेडियन कुणाल कामरा का आया है। महाराष्ट्र की राजनीति पर तंज और उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का बिना नाम लिए किए गए कमेंट के बाद बवाल मच गया है। कॉमेडियन कुणाल कामरा के खिलाफ मुंबई के एमआईडीसी पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है।
मुंबई पुलिस के मुताबिक, एमआईडीसी पुलिस स्टेशन में बीएनएस की धारा 353(1)(बी), 353(2) और 356(2) के तहत मामला दर्ज किया गया है। शिवसेना कुणाल कामरा के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रही है। शिवसेना सांसद नरेश म्हास्के ने कहा है कि वो कुणाल को महाराष्ट्र ही नहीं पूरे हिंदुस्तान में घूमने नहीं देंगे।
शिवसेना के विधायक मुरजी पटेल ने एमआईडीसी पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज कराया है। इससे पहले एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना के नेता राहुल कनाल के खिलाफ मुंबई के खार पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया। मुंबई के खार स्थित द यूनिकॉन्टिनेंटल ऑफिस में शिव सैनिकों के साथ विरोध-प्रदर्शन किया गया था। इस दौरान तोड़फोड़ भी की गई थी, जिसके बाद खार पुलिस स्टेशन ने करीब 20 से ज्यादा लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था।
शिकायत के अनुसार, कामरा ने कार्यक्रम के दौरान एकनाथ शिंदे को निशाना बनाते हुए एक गाना गाया, जिसे शिंदे सेना ने आपत्तिजनक बताया है। शिवसेना कार्यकर्ताओं का दावा है कि इसी जगह पर वीडियो शूट किया गया था, जिसके बाद उन्होंने यहां हंगामा करते हुए सामान को तोड़ दिया। पुलिस ने बताया कि शिवसेना कार्यकर्ताओं ने मुंबई के खार इलाके स्थित क्लब में तोड़फोड़ की, जहां कामरा के विवादित शो को फिल्माया गया था।
कुणाल कामरा ने ‘दिल तो पागल है’ के एक हिंदी गाने की तर्ज पर पूर्व सीएम एकनाथ शिंदे का मजाक उड़ाया। कॉमेडियन ने सोशल नेटवर्किंग प्लेटफॉर्म एक्स पर वीडियो क्लिप शेयर की। कुणाल कामरा ने एकनाथ शिंदे की 2022 की बगावत का जिक्र किया, जिसके कारण शिवसेना शिंदे गुट और उद्धव ठाकरे गुट में विभाजित हो गई। सोमवार को एफआईआर दर्ज होने के बाद पुलिस ने फोन पर पूछताछ की। कामरा ने कहा -मुझे तो अपने पैरोडी सांग पर कोई पछतावा नहीं है। मैं माफ़ी नहीं मांगूंगा। अगर कोर्ट ने कहा तो ऐसा कर सकता हूं।
यह एक कलाकार को प्राप्त संवैधानिक आज़ादी का हनन है। इसलिए माफ़ी मांगने की ज़रूरत नहीं है। भारतेंदु काल से तंज के ज़रिए राजा महाराजाओं की पोल पट्टी व्यंग्य के ज़रिए खोली जाती रही है। साहित्य, कला, संस्कृति, रंगमंच इस तरह जनता का पक्ष रखकर लोकतंत्र के चौथे खंभे की भूमिका निभाते रहे हैं। आज आंदोलनों से लेकर अभिव्यक्ति के सारे स्तंभों को ढहाने सरकार और उसके पालित पोषित संगठन लगे हुए हैं। किंतु ज़िंदादिल निर्भीक आज भी इस संकट काल में ये बीड़ा उठाए हुए हैं। यह लोकतंत्र को ज़िंदा रखने की कोशिश में लगे हुए हैं। कुणाल कामरा ऐसे ही व्यक्तित्व का नाम है। जिनके तंज विदेशों में काफी लोकप्रिय हैं। अपनी धरती पर उनके विरुद्ध उतरे तमाम अराजक तत्वों की पहचान ज़रूरी है। लोकतंत्र में विश्वास रखने वालों को बकौल मुक्तिबोध अभिव्यक्ति के ख़तरे उठाने ही होंगे।
विशेष बात ये जो बहुसंख्यक लोग कह रहे हैं कि चोर की दाढ़ी में तिनका। यानि कि शो सफल रहा। बात सम्बंधित तक पहुंच गई।
(सुसंस्कृति परिहार लेखिका और एक्टिविस्ट हैं।)
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