RO-ARO परीक्षा निरस्त करके फिर से कराने की मांग, पेपरलीक के खिलाफ आंदोलन को आरवाईए का समर्थन

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प्रयागराज। इंकलाबी नौजवान सभा (आरवाईए) ने पेपरलीक के खिलाफ छात्रों के आंदोलन का समर्थन किया। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित  RO/ARO परीक्षा का पेपर व्यापक स्तर पर लीक हुआ। जिसके खिलाफ हजारों की संख्या में छात्र छात्राएं उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के कार्यालय पर धरनारत हैं।

यूपीपीएससी RO/ARO 2024 परीक्षा, उत्तर प्रदेश की सबसे बड़ी परीक्षाओं में से एक है। इसके लिए भर्ती परीक्षा के लिए 10 लाख 69 हजार 725 कैंडिडेट्स ने एप्लिकेशन किया था।

धरने को संबोधित करते हुए आरवाईए राज्य सचिव सुनील मौर्य ने कहा कि भाजपा सरकार रोजगार देने के वादे के साथ सत्ता में आई थी। लेकिन युवाओं को सिर्फ पेपर लीक मिला, रोजगार नहीं। हाल ही में आयोजित RO/ARO परीक्षा के साथ ही उत्तर प्रदेश पुलिस का भी पेपर लीक हो गया। भाजपा की योगी सरकार में पेपर लीक एक दस्तूर बन गया है। पिछले कई सालों से जो भी परीक्षाएं होती हैं उसका पेपर लीक हो जाता है। भाजपा का बहुप्रचारित मजबूत सरकार का दावा भी खोखला निकला। ‘ये सरकार वीक है, पूरा पेपर लीक है’- इस नारे के साथ पेपर रद्द करने की लड़ाई आगे बढ़ रही है।

उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में रोजगार देने का प्रचार जोर-शोर से किया जा रहा है जबकि नौजवान बेरोजगारी से त्रस्त है। आरवाईए इस आंदोलन का समर्थन करता है और यह मांग करता है कि RO/ARO की परीक्षा रद्द करके पुनः परीक्षा कराई जाए।

(प्रेस विज्ञप्ति पर आधारित।)

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