अनियमित सत्र के खिलाफ छात्रों ने किया नीलांबर पीतांबर विश्वविद्यालय का घेराव 

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ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (आइसा) पलामू द्वारा अनियमित सत्र के खिलाफ नीलांबर पीतांबर विश्वविद्यालय का घेराव किया गया। 

प्रदर्शन में “देर से सत्र नहीं चलेगा,” “करोड़ों रुपए की लागत से बनी जीएलए का गर्ल्स हॉस्टल शुरू करो,” “विश्वविद्यालय का लाइब्रेरी चालू करो,” “दूर से आने वाले छात्रों के लिए बस की सुविधा दो,” “कैंपसों में लोकतांत्रिक माहौल के लिए छात्रसंघ चुनाव कराओ,” “जेएस कॉलेज और विश्वविद्यालय का अपना छात्रावास निर्माण करो,” “सभी कोर्स के देर लेट सत्र को नियमित करो,” “छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करना बंद करो,” “जीएसकैश लागू करो…” आदि नारों के साथ मार्च निकाला गया, जो जीएलए कॉलेज से शुरू होकर विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन के समक्ष प्रदर्शन करते हुए एक जनसभा में परिवर्तित हो गया। 

सभा को संबोधित करते हुए आइसा के राज्य सचिव त्रिलोकीनाथ ने कहा कि “पलामू के छात्र चौतरफा कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं। एक तरफ जहां कॉलेजों की घोर कमी है, वहीं दूसरी तरफ अनियमित सत्र छात्रों के भविष्य को खराब कर रहा है। पूरे देश में रोजगार की कमी है।

कई छात्र देर से डिग्री मिलने के कारण स्नातक या स्नातकोत्तर स्तर का वेकेंसी फॉर्म नहीं भर पा रहे हैं। इसका ताजा उदाहरण आप 2022-24 सत्र के बीएड छात्रों से ले सकते हैं। अभी दो दिन पहले तक जेटेट का फॉर्म भरा गया है। परीक्षा भी जल्द हो सकती है और बीएड के मात्र अभी तक दो सेमेस्टर की ही परीक्षा हुई है।

इस तरह विश्वविद्यालय छात्रों को मानसिक तनाव दे रहा है। आइसा पूरी तरह विश्वविद्यालय के इस रवैये के प्रति रोष व्यक्त करती है। और हम हमेशा छात्र मुद्दे के साथ खड़े है।” 

सभा को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने ये भी कहा कि “सरकार और विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा जान बूझ कर छात्रों के भविष्य अंधेरे में डाला जा रहा है। जिले में मात्र तीन कॉलेज हैं, जिस कारण छात्रों की भीड़ उमड़ती रहती है और जेएस कॉलेज तथा विमेंस कॉलेज में सभी विषयों की पढ़ाई न होने कारण एक मात्र जीएलए कॉलेज पर निर्भर होना पड़ता है।

इसलिए हर क्षेत्र में कॉलेजों की संख्या बढ़नी चाहिए। विश्वविद्यालय द्वारा सेमेस्टर दो की रिजल्ट दिए बिना सेमेस्टर तीन में एडमिशन लिया जा रहा है। मतलब छात्र को पता ही नहीं है कि वो पास है या फेल। इससे साफ जाहिर होता है कि विश्वविद्यालय सिर्फ वसूली का अड्डा बन गया। इस आंदोलन में छात्रों की यह उमड़ती भीड़ इस बात को साबित करने के लिए काफी है कि अब छात्र चुप नहीं बैठेंगे। अपने हक अधिकार के लिए आगे आएंगे ही।”

घेराव व सभा की समापन की घोषणा आइसा के राज्य उपाध्यक्ष रंजीत सिंह चेरो ने किया। वहीं मार्च का नेतृत्व आइसा पलामू जिला सचिव गौतम दांगी, जिलाध्यक्ष गुड्डू भुइयां और लातेहार जिला सचिव नागेंद्र राम ने संयुक्त रूप से किया। सभा की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष गुड्डू भुइयां और संचालन जिला सचिव गौतम दांगी ने किया।

सभा को अविनाश रंजन, दिव्या भगत, आइसा राज्य उपाध्यक्ष रंजीत कुमार सिंह, जिलाध्यक्ष गुड्डू भुइयां, लातेहार जिला सचिव नागेंद्र राम, चंद्रकांती कुमारी, ममता कुमारी, मंजीत कुमार, आरती कुमारी, शीला कुमारी, समीर कुमार, विकास कुमार, मिथलेश कुमार, कंचन कुमार, विजय,चंदन, सुमन कुमार जितेंद्र कुमार, रौशन कुमार, संदीप जी आदि ने संबोधित किया।

अंत में रजिस्ट्रार ने घेराव स्थल पर पहुंचकर मांग पत्र लिया एवं समस्याओं को जल्द से जल्द निपटारा करने का आश्वाशन दिया।

वहीं आइसा की ओर से कहा गया कि जीएलए कॉलेज का गर्ल्स हॉस्टल एवं महिला कॉलेज का हॉस्टल एक महीने के अंदर चालू नहीं हुआ तो आइसा अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल करेगा।

(प्रेस विज्ञप्ति।)

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