प्रतिनिधि फोटो।

अब हिमाचल प्रदेश के झंडुत्ता में पटाखा भरी लोई खाने से गर्भवती गाय का जबड़ा उड़ा

नई दिल्ली। केरल की ही बिल्कुल तरह पशु के प्रति बर्बर व्यवहार का एक मामला हिमाचल प्रदेश में आया है। यहां के बिलासपुर जिले में एक गर्भवती गाय का जबड़ा उस समय फट गया जब उसने गेंहू के आटे से बने एक गोले को खा लिया। बताया जाता है कि आटे के गोले के भीतर पटाखा भरा हुआ था। जिसके खाते ही वह फट गया। घटना बिलासपुर जिले के झंडुत्ता इलाके की है। 

पुलिस ने इस मामले में एक शख्स को पालतू जानवर को चोट पहुंचाने के मामले में गिरफ्तार किया है।

यह मामला उस घटना के एक दिन बाद सामने आया जब केरल के पलक्कड़ में पटाखा भरे अनानास को खा लेने से एक हथिनी की मौत हो गयी थी।

बताया जाता है कि झंडुत्ता की घटना 26 मई को हुई थी। लेकिन यह सामने तब आयी जब गाय के मालिक गुरदयाल सिंह ने घायल गाय का वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड किया।

सामने आते ही वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। और गाय को पटाखा खिलाने वाले बदमाशों के खिलाफ कार्रवाई की मांग शुरू हो गयी।

इस क्रूर और नृशंस घटना को अंजाम देने के लिए गुरदयाल ने अपने एक पड़ोसी को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी गाय जब मैदान में चर रही थी तो नंदलाल ने उनकी गाय को पटाखों वाला गेंहू का गोला खिला दिया।

बिलासपुर के एसपी दिवाकर शर्मा ने बताया कि गाय को बेहद विस्फोटक माना जाने वाला आलू बम खिलाया गया था।

उन्होंने बताया कि प्रिवेंशन ऑफ क्रुएलिटी टू एनिमल्स एक्ट की धारा 286 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। और इस मामले में गाय के मालिक तथा दूसरों द्वारा चिन्हित किए गए व्यक्ति के खिलाफ जांच की जा रही है।

वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि जानवरों को मारने के लिए आटे के गोले में पटाखों को रखकर खिलाना एक आम चलन है। ऐसा अक्सर नील गायों और जंगली सुअरों से अपनी फसलों की रक्षा के लिए किया जाता है। 

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