छत्तीसगढ़ः चार आदिवासी पुलिस हिरासत के बाद से लापता, पूरा क्षेत्र छावनी में हुआ तब्दील

छत्तीसगढ़ में चार किसान पुलिस हिरासत के बाद से लापता हैं। न तो उन्हें मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया है और न ही परिवार को ही कोई सूचना दी गई है। घटना बस्तर अंचल में नारायणपुर जिले के गांव कठियामेटा की है। इसकी वजह से यहां हजारों आदिवासी प्रदर्शन कर रहे हैं। अब उन्हें प्रशासन द्वारा डराने-दबाने की कोशिश की जा रही है। पूरे इलाके को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है।  

पूरे क्षेत्र के आदिवासी ग्राम कठियामेटा पहुंच गए हैं। उन्होंने पल्ली-बारसूर मार्ग पर राशन टेंट लगा लिया है और लगातार विरोध-प्रदर्शन जारी है। ग्रमीणों का आरोप है कि 12 नवंबर को गांव के चार किसानों को पुलिस घर से सुबह छह बजे उठा कर ले गई। अहम बात यह है कि पुलिस ने अभी तक उनकी गिरफ्तारी नहीं दिखाई है। न तो उनकी गिरफ्तारी की जानकारी परिवार को दी गई है और न ही उन्हें न्यायलय में पेश किया गया है। परिवार वालों को यह तक नहीं बता है कि उन्हें किन आरोपों में पुलिस ले गई है। गांव वालों को डर है कि पुलिस उनका फर्जी एनकाउंटर करके उन्हें नक्सली बता सकती है।

आदिवासियों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए पूरे क्षेत्र को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है। इसके बावजूद आदिवासी डटे हुए हैं। आज पांचवें दिन भी आदिवासियों का प्रदर्शन जारी है। उन्होंने निर्माणाधीन सड़क को जाम कर दिया है। के बैठे हैं।

ग्राम कठियामेता के किसानों के नाम
1) बदरू कोर्राम पिता सेनुराम कोर्राम
2) धनीराम कोर्राम पिता स्व: रामुराम (लंगड़ा था)
3) फूलधर कोर्राम पिता स्व: लालुराम
4) शंकर कश्यप नरसिह कश्यप

ग्राम बेचा के किसान के नाम
1) मनीराम कोर्राम पिता कहरूराम कोर्राम
2) शिवन कुमार यादव पिता दसमुराम

(जनचौक संवाददाता तामेश्वर सिन्हा की रिपोर्ट।)

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