अपने नागरिकों के खिलाफ आंतरिक युद्ध को खत्म करे सरकार : कोऑर्डिनेशन कमिटी फॉर पीस

भारत अपने पड़ोसी देश के साथ युद्ध के कगार से वापस लौटा है।जबकि पिछले दिनों युद्ध को लेकर चिंतित विभिन्न राज्यों के नागरिक…

60 आदिवासियों को नक्सली बताकर आत्मसमर्पण करवाने की पुलिस की कहानी बिल्कुल फर्जी है: सोनी सोरी

आज, सोनी सोरी ने मुझसे कहा, “गुरुजी, गाँव से साठ आदिवासियों को जबरन उनके घरों से उठाया गया और पुलिस…

आदिवासियों की हत्याएं करने के बाद अर्धसैनिक बलों के जवान नाचते हैं: सोनी सोरी

(बस्तर में आजकल जनसंहार चल रहा है। वहां नक्सलियों के नाम पर अर्ध सैनिक बलों द्वारा बड़े पैमाने पर आदिवासियों…

संविधान-स्थगित बस्तर : जहां रघु मीडियामी के लोकतांत्रिक अधिकार खत्म हो जाते हैं !

‘इंडियन एक्सप्रेस’ की एक पुरानी रिपोर्ट से बात शुरू कर रहा हूं। दिसंबर 2014 की इस रिपोर्ट के अनुसार –…

कॉरपोरेट सरकार में निशाने पर आदिवासी

भाजपा आदिवासियों के विकास और उनकी भलाई के बारे में लंबे चौड़े-दावे करती है। इन दावों की पड़ताल जल-जंगल-जमीन पर…

पत्रकार मुकेश चंद्राकर की मौत से उपजते सवाल

पत्रकार मुकेश चंद्रकार को 1 जनवरी, 2025 को उसके रिश्ते के भाई और ठेकेदार सुरेश चंद्राकर, ने अपने भाई और…

‘सिर पर 15 फ्रैक्चर्स, लीवर के 4 टुकड़े…..’यह पत्रकार की नहीं बस्तर की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट है

‘सिर पर 15 फ्रैक्चर्स, लीवर के 4 टुकड़े, दिल फटा हुआ, 5 पसलियां, कॉलर बोन और गर्दन टूटी हुई, बांयी…

‘मिलकर बात करने का वायदा अधूरा रह गया मुकेश चंद्राकर’

दिल्ली। मुकेश चंद्राकर बस्तर की पत्रकारिता का वह नाम जिसे देश-विदेश से आने वाले सभी पत्रकार मिलने की इच्छा रखते…

बस्तर में बर्बरता की इंतहा है पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या 

एक जनवरी की शाम से लापता मुकेश चंद्राकर की देह मिलने की दुखद और स्तब्धकारी खबर कल शाम को आ…

पुस्तक समीक्षा-दावानल: इन्साफ़ की गैरमौजूदगी में बस्तर का सच दर्ज करने की बेहतरीन कोशिश

विख्यात समाजशास्त्री नन्दिनी सुन्दर बस्तर की गंभीर अध्येता हैं। वह बस्तर के सघन जंगली इलाकों में बहुत पहले से आती-जाती…