किस-किस को गिरफ्तार कराओगे मोदी जी ? अब तो पूरा देश सवाल पूछेगा



वाह रे मोदी सरकार। सत्ता के लिए जनता माई-बाप। कमियां इतनी कि न केवल लोगों की रोजी-रोटी छीन ली बल्कि लोगों को कोरोना महामारी के मुंह में झोक दिया। आक्सीजन की कमी कर लाखों लोगों की हत्या कर दी। प्रधनामंत्री लोगों को प्रवचन देते रहे कि कोरोना अभी गया नहीं मास्क लगाकर रखो। सोशल डिस्टेंडिंग बनाकर रखो पर खुद लाखों की रैलियों में मास्क नहीं लगाया। न रैली में पहुंचने लोगों को लगाने के लिए कहा, बल्कि आत्ममुग्धता में इतना तक बोल गये कि देखो मेरे लिए कितने लोग आये हैं। मतलब न केवल रैलियों में गये लाखों लोगों की जान को खतरे में डाल दिया बल्कि जनता को मास्क न लगाने के लिए प्रेरित करोड़ों लोगों को प्रेरित किया। वैक्सीन बनाई गई देश के लोगों को कोरोना से बचाने के लिए।

प्रधानमंत्री हैं कि वे अपने को देश का नहीं बल्कि पूरी दुनिया का नेता समझते हैं। वाहवाही लूटने के लिए करोड़ों वैक्सीन विदश में भिजवा दी। प्रधानमंत्री को यह ख्याल नहीं आया कि अपने देश में लोगों को वैक्सीन कैसे लगेगी? अब जब देश में कोराना महामारी में लोग दम तोड़ रहे है। वैक्सीन का घोर अभाव है तो लोग तो उंगलियां उठाएंगे ही।
दिल्ली में लोगों ने विदेश में वैक्सीन भेजने पर जवाब मांगा और संबंधित पोस्टर लगवा दिये तो पोस्टर लगाने वालों पर ही मुकदमा दर्ज कर दिया गया। उनकी गिरफ्तारियां हो गईं। यह कैसा लोकतंत्र है। पोस्टर लगाने वालों को अपनी दिहाड़ी से मतलब। वे लोग तो यह भी नहीं देखते कि उन पर लिखा क्या है? लोगों को प्रधानमंत्री से सवाल करने का भी अधिकार नहीं है। वह भी तब जब वह गलतियां नहीं बल्कि अपराध कर रहे हों। दरअसल इंडियन एक्सप्रेस ने इस मामले में पड़ताल की तो पता चला कि आप पार्षद धीरेन्द्र कुमार के कर्मचारियों ने ये पोस्टर दिहाड़ी मजदूरों को कल्याणपुरी में लगवाने के लिए दिये थे।
मोदी जी ठीक है कि आप विपक्ष के नेताओं की गलतियां निकालकर उनको चुप करा देते हो पर जनता की क्या गलती निकालोगे। गिरफ्तार किये गये अधिकतर लोग जमानत कराकर अपने-अपने घरों को वापस आ गये हैं पर अब उनकी नजरों में आपकी इज्जत क्या होगी? जब दिल्ली में इन लोगों की गिरफ्तारियां हुईं आपको शर्म नहीं आई? बड़े विवेक की बात करते हो। लोगों को मन की बात में बड़ा प्रवचन देते हो। बड़े लोकतंत्र की बात करते हो। जरा दिल्ली पुलिस से यह तो पूछ लेते कि आखिरकार इन मजदूरों का अपराध क्या है? पूछते कैसे यह सब आपके इशारे पर ही तो हुआ होगा।
सोचिये गिरफ्तार हुए लोगों में एक 30 साल का रिक्शा चालक था। एक 61 साल का बूढ़ा जो लकड़ी का फ्रेम बनाता था और एक 19 साल का बेरोजगार युवक था, जिसकी पढ़ाई बीच में ही छूट गई है। इंडियन एक्सप्रेस की पड़ताल के अनुसार पूर्वी दिल्ली के मंडावली से गिरफ्तार 24 वर्षीय राहुल त्यागी युवक को उसके परिजन जमानत पर छुड़ा लाये हैं। राहुल त्यागी ने बताया कि 11 मई को आप पार्षद धीरेन्द्र सिंह ने इस तरह के 20 बैनर कल्याणपुरी में लगाने के लिए दिये थे। छह सौ रुपये मिलने की बात कही थी। आप पार्षद ने राहुल के आरोप को नकार दिया है। हालांकि शनिवार को इसी पार्षद ने वही बात पोस्ट कर दी जो पोस्टरों में लिखी है। मोदी जी वैक्सीन क्यों भेज दिया। क्या वैक्सीन विदेश में नहीं भेजी गई है? भेजी गई है तो फिर पोस्टरों या बैनरों से दिक्कत क्यों?
मोदी जी शर्म नहीं आती जब अपनी गलतियों पर जनता से माफी मांगनी चाहिए। ऐसे में भी लोगों को आवाज को दबाने में लग गये हो। कब तक दबाओगे लोगों की आवाज? अब यह आवाज दबने वाली नहीं है। विपक्ष भले ही आपकी आवाज दबा न पाये पर जनता जरूर दबा देगी। एक-एक पैसे का हिसाब लेगी।
कितने लोगों को गिरफ्तार कराओगे? अब तो आपके कुछ अंधभक्तों को छोड़कर देश का हर व्यक्ति आंखों में आंखें डालकर आपसे सवाल पूछने के लिए तैयार बैठा है। विदेश में घूमने के नाम पर जो अरबों रुपये खर्च किये हैं। अपने निजी इस्तेमाल के लिए के लिए जो 8400 करोड़ रुपये के जो विशेष विमान मंगाये हैं। भाजपा नेताओं की अय्याशी के लिए जो फाइव स्टार होटल की तरह कार्यालय बनवाया है। अपने अय्याशी के लिए जो सेंट्रल विस्टा बनवा रहे हो। देश की जो वैक्सीन विदेश भेजी है। कहोगे फकीर और जनता का पैसा ऐसे उड़ाओगेे कि जैसे कहीं के राजा-महाराजा हो। राजा महाराजा तो अपना पैसा उड़ाते थे ये महाशय तो जनता का पैसा ऐसे उड़ा रहे हैं कि जैसे इनके बाप-दादा कमाकर रख गये हैं। जनता के पैसों से अय्याशी करो और जनता हिसाब भी न मांगे। इसी जनता ने जमीन से उठाकर आसमान पर पहुंचाया है यही जनता धूल में भी मिला देगी मोदी जी।

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