Friday, March 29, 2024

अख़लाक़ अहमद उस्मानी

मोहसिन फ़ख़रीज़ादेह की हत्या से ईरान को कितना नुक़सान?

ईरान के बड़े परमाणु वैज्ञानिक मोहसिन फ़ख़रीज़ादेह की इस 27 नवंबर को हत्या कर दी गई। उन्हें ईरान के प्रतिष्ठित रिवॉल्यूशनरी गार्ड में ब्रिगेडियर जनरल का ओहदा हासिल था और वह ईरान के ‘ग्रीन साल्ट प्रोग्राम’ के तहत रक्षा...

अज़ैरबाइजान: आर्मेनिया के अत्याचार का बेबस शिकार

अज़ैरबाइजान और आर्मेनिया के बीच 36 नहीं 27 का आंकड़ा है। हम कह सकते हैं कि आर्मेनिया ने अज़ैरबाइजान के मान्य नक्शे के 27 प्रतिशत भूभाग पर शुरू से कब्जा कर रखा है और पिछले महीने 27 सितंबर को...

क्या अरब तीसरी स्प्रिंग की तरफ जा रहा है?

संयुक्त अरब अमीरात और इजराइल की नई डील के बाद अरब की राजनीति में बहुत विशेष बदलाव होने जा रहे हैं। अमेरिका की पहल के बाद अरब के दूसरे सबसे प्रमुख देश संयुक्त अरब अमीरात ने इजराइल के साथ...

अरब का भारत विरोध: मायने और नतीजे

पाकिस्तान के तत्कालीन राष्ट्रपति याहया ख़ान की आपत्ति के बाद भारत के राष्ट्रपति फ़ख़रुद्दीन अली अहमद को मोरक्को के शहर रबात से ख़ाली हाथ लौटना पड़ा था। याहया ने कहा था कि अगर भारत को शामिल करना है तो...

क़ासिम सुलेमानी ने बना दिया है ईरान को अभेद्य क़िला

क़ासिम सुलेमानी ने ईरान को कितनी ताक़त दी है, यह जानने के लिए इतना ही काफ़ी है कि उनकी अन्त्येष्टि के फौरन बाद इराक़ में अमेरिका के सबसे बड़े और सुरक्षित माने जाने वाले अड्डे पर ईरान ने बैलिस्टिक...

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ग्रेट निकोबार द्वीप की प्राचीन जनजातियों के अस्तित्व पर संकट, द्वीप को सैन्य और व्यापार केंद्र में बदलने की योजना

आज दुनिया भर में सरकारें और कॉर्पोरेट मुनाफ़े की होड़ में सदियों पुराने जंगलों को नष्ट कर रही हैं,...