यह अंदाजा किसी को नहीं रहा होगा कि हिंदुत्व के रथ के सामने कोई अदृश्य शक्ति खड़ी हो जाएगी और…
बिहार में कारपोरेट बनाम जनता का नया दौर
पिछले 23 मार्च को बिहार विधान सभा के भीतर पुलिस की ओर से की गई विधायकों की पिटाई को विपक्ष…
शैबाल गुप्ताः बिहार के पिछड़ेपन से युद्ध
पटना का शोध संस्थान आद्री इतना बड़ा हो चुका है कि उसके संस्थापक शैबाल गुप्ता के निधन से बिहार के…
सरकारी कंपनियों की बिक्रीः कारपोरेट गणतंत्र बनाम लोकतंत्र
दिल्ली की सीमाओं पर धरना दे रहे किसानों के चारों ओर सीमेंट के कांटेदार अवरोध खड़े कर दिए गए हैं,…
किसान रैलीः राजधानी की बंजर होती जमीन पर लोकतंत्र की खेती
छिटपुट हिंसा की घटनाओं और लाल किले पर तिंरगा के नीचे किसानों तथा सिख समुदाय से जुड़े झंडे लहराने की…
लोकतंत्रः ट्रंप से ज्यादा बड़ा खतरा हैं मोदी
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के समर्थकों की ओर से की गई हिंसा पर अमेरिका में तेज राजनीतिक बहस जारी है। ट्रंप…
नीतीश कुमारः दुर्गति सहने की मजबूरी
एक बार फिर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार चर्चा में हैं। यह चर्चा पूर्वोतर के सीमांत अरुणाचल प्रदेश में जेडीयू…
त्रासदियों के लिए याद किया जाएगा बीत रहा साल
बीता साल इतनी निराशा से भरा था कि किसी ने शायद ही उम्मीद की होगी कि वह जाते-जाते लोकतंत्र को…
किसान आंदोलनः सिर्फ समर्थन मूल्य या लोकतंत्र की रक्षा भी?
किसानों के आंदोलन के साथ मोदी सरकार वही कर रही है जो उसने प्रतिरोध की आवाज को दबाने के लिए…
क्या भारत को इंतजार है लोकतंत्र की बड़ी लड़ाई का?
इस बार संसद के शीतकालीन सत्र के नहीं होने के आसार हैं। सत्र के स्थगित होने जैसे मुद्दे को मीडिया…