Saturday, April 20, 2024

देवेंद्र पाल

भगत सिंह के सपनों का भारत बनाम ‘हिन्दू राष्ट्र’

शहीद-ए-आज़म भगत सिंह का आज 113वां जन्म दिवस है। आज तो उन्हें याद करना बनता ही है। देश की आज़ादी के लिए बेशक अन्य हजारों क्रांतिकारियों और स्वतन्त्रता सेनानियों ने भी कुर्बानियां दी हैं। उनके बलिदान को कम करके...

किसान आंदोलन और विश्व बैंक के चाबी वाले खिलौने

सड़क से लेकर चौक-चौराहों तक जहां भी आंदोलनकारी किसान बैठे हैं, जाने कहाँ-कहाँ से दूध के बड़े-बड़े बलटोहों में लंगर-पानी आ रहा है और जिस तरह से किसानों ने रेल पटरियों पर दो-दो सौ मीटर लंबे तम्बू गाड़ दिये...

अब की दशहरे पर किसान किसका पुतला जलायेंगे?

देश को शर्मसार करती कई तस्वीरें सामने हैं।  एक तस्वीर उस अन्नदाता प्रीतम सिंह की है जिसने अभी दो दिन पहले अकाली नेता प्रकाश सिंह बादल के महल के बाहर कृषि विधेयकों के ख़िलाफ़ ज़हर खाकर जान दे दी थी। दूसरी...

जन्मदिन पर विशेष: जनवादी रंगमंच के पितामह गुरशरण सिंह का अधूरा सपना

नाटककार गुरशरण सिंह जनवादी रंगमंच के पितामह थे। उन्हें सब प्यार से ‘भा जी’ (भाई साहब) कहते थे। वह दोज़ख के खौफ से इबादत करने वालों में से नहीं थे, नास्तिक थे। उन्हें यकीन नहीं था कि दुआ की...

फ़ासीवाद की बेड़ियां और आज़ादी का मतलब

आज़ादी के बाद जो लोग अब तक यह सोचते रहे कि चिंतन और चुनाव के लिए मनुष्य आज़ाद है और उसकी यह आज़ादी ही उनके चिंतन का मूल है या फ़िर जिन्होंने ऐसा कभी सोचा ही नहीं और हमेशा...

पंजाब ने तोड़ा कृषि अध्यादेशों का मोदी-त्रिशूल

कोरोनाकालीन राजनीति में सब कुछ बुरा हो रहा है, ऐसा नहीं है। गाहे-बगाहे ‘अंजाम ख़ुदा जाने’ की चेपी लगाए कुछ अच्छा घटित होने की खबर भी ढूँढने से मिल ही जाती है। ऐसी ही एक खबर पिछले दिनों हाथ...

‘गोविंद रामायण’ मामले ने तूल पकड़ा, सिंह साहिबान ने कहा- प्रधानमंत्री मोदी सिख कौम से मांगें माफ़ी

कभी सुलगी हुई को लहकाने के लिए, कभी लहकी हुई को भड़काने के लिए और कभी भड़की हुई में घी डालने के लिए हिंदू-मुस्लिम की राजनीति करने वालों की ओर से अक्सर बारूदी-बयान दाग दिए जाते हैं। हिंसा की...

आज़ादी एक अधूरा शब्द नहीं है?

पिछली सदी के आखिरी पहर में अद्वितीय लेखक-पत्रकार राजकिशोर की एक किताब आई थी। उसमें छीजती हुई आज़ादी की चिंता के साथ लिखे उत्कृष्ट और विचारोत्तेजक निबंधों में पहला निबंध ही यही था: ‘आजादी एक अधूरा शब्द है’। इस...

कलंक कथाओं से भरा पड़ा है बीजेपी और संघ का इतिहास

पिछले दिनों जब केरल की कालीकट यूनिवर्सिटी ने अपने पाठ्यक्रम में अरुंधति रॉय के व्याख्यान ‘Come September’ को शामिल किया तो भाजपा प्रदेश इकाई के अध्यक्ष के. सुरेन्द्रन और उनके समर्थकों ने इसके विरोध में झण्डा-डंडा उठा लिया क्योंकि...

अरुंधति रॉय का ‘राजद्रोह’ बनाम मोदी की ‘देशभक्ति’

क्या करें? जाहिल सेनापति जाहिलों की ही फौज खड़ी कर लेता है और ज़हालत सुर्खियों में सबसे ज्यादा जगह घेरती है। एक ख़बर जो इन सुर्खियों में कुछ ज्यादा ही सुर्ख है वो यह है कि भारतीय जनता पार्टी...

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ग्राउंड रिपोर्ट: चंदौली के नरवन इलाके के ओयरचक गांव में किसानों के सामने ही ख़ाक हो गई उनकी सारी मेहनत 

चंदौली। चंदौली जिले के ओयरचक गांव के 65 वर्षीय सत्यप्रकाश सिंह की आंखों के आंसू सूख गए हैं। बची है...